पश्चिम बंगाल के मशहूर आरजी कर मेडिकल कॉलेज में अंतिम वर्ष की छात्रा अनिंदीता सोरेन की रहस्यमयी मौत ने राज्यभर में सनसनी मचा दी है। 24 वर्षीय अनिंदीता का शव संदिग्ध हालात में मिलने के बाद उनके परिवार ने गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि यह कोई आत्महत्या नहीं बल्कि हत्या का मामला है, जिसमें उनकी मंगेतर की सीधी संलिप्तता है।
अनिंदीता दक्षिण दिनाजपुर जिले के बालुर्घाट की रहने वाली थीं और मेडिकल की पढ़ाई के साथ ही वह अपनी शादी की तैयारियों में भी लगी थीं। उनका रिश्ता मालदा मेडिकल कॉलेज में कार्यरत जूनियर डॉक्टर उज्ज्वल सोरेन से तय हुआ था। परिवार का दावा है कि अनिंदीता ने उज्ज्वल से गुप्त रूप से मंदिर में विवाह कर लिया था, लेकिन कानूनी पंजीकरण के लिए जब उसने दबाव डाला तो उज्ज्वल इससे बचने लगा। इसी विवाद के चलते दोनों के बीच पिछले कुछ समय से तनाव चल रहा था।
घटना के दिन अनिंदीता अचानक गंभीर रूप से बीमार हो गईं। उन्हें मालदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया। परिवार का आरोप है कि अस्पताल में इलाज के दौरान अनावश्यक देरी की गई और समय पर सही इलाज न मिलने के कारण उनकी हालत और बिगड़ती चली गई। बाद में उन्हें दूसरे अस्पताल ले जाया गया, लेकिन रास्ते में ही उनकी मौत हो गई।
परिवार ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराते हुए आरोप लगाया है कि अनिंदीता को ज़हर दिया गया था। उनकी मां का कहना है कि यह कोई सामान्य मौत नहीं है, बल्कि पूर्वनियोजित साजिश के तहत उनकी बेटी को मारा गया।
पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू कर दी है। उज्ज्वल सोरेन को गिरफ्तार कर लिया गया है और उससे कड़ी पूछताछ की जा रही है। पुलिस ने विसेरा रिपोर्ट और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट मंगाई है, जो इस मामले की सच्चाई सामने लाने में अहम भूमिका निभाएगी। जांच अधिकारी यह भी खंगाल रहे हैं कि क्या अनिंदीता को किसी तरह का मानसिक या शारीरिक उत्पीड़न झेलना पड़ रहा था।
यह घटना मेडिकल छात्रों के बीच भी चर्चा का विषय बन गई है। कई छात्र संगठनों ने निष्पक्ष जांच की मांग की है और कहा है कि इस मामले को सिर्फ आत्महत्या कहकर बंद नहीं किया जाना चाहिए। अगर इसमें ज़हर देने जैसी आपराधिक साजिश सामने आती है तो दोषियों को सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए।

