प्रचार अभियान की शुरुआत
दिल्ली में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान में अब सिर्फ एक सप्ताह का समय बचा है। इस निर्णायक समय में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने चुनाव प्रचार की कमान संभालते हुए अभियान की शुरुआत की। पहले दिन उन्होंने भगवान वाल्मीकि मंदिर में दर्शन किए और पार्टी के लिए समर्थन जुटाने का आह्वान किया।
जातिगत जनगणना का वादा
राहुल गांधी ने दिल्ली में सत्ता में आने पर जातिगत जनगणना कराने का वादा किया। उन्होंने जातिगत असमानताओं को समाप्त करने और सामाजिक न्याय को बढ़ावा देने के लिए ऊंची नौकरियों और मैनेजमेंट स्तर पर आरक्षण की मांग की।
बड़े उद्योगपतियों पर हमला
चुनाव प्रचार के दौरान राहुल गांधी ने देश के बड़े उद्योगपतियों पर भी निशाना साधा। उन्होंने आर्थिक असमानता पर सवाल उठाते हुए कहा कि कुछ विशेष वर्गों और परिवारों को लाभ पहुंचाने की प्रवृत्ति ने समाज में गहरी खाई पैदा कर दी है।
जनता की प्रतिक्रिया
राहुल गांधी के प्रचार अभियान को लेकर जनता में उत्साह देखने को मिला। उनकी टिप्पणियों और वादों पर जनता की सकारात्मक प्रतिक्रिया यह संकेत देती है कि कांग्रेस को लेकर रुचि बढ़ रही है। अब पार्टी नेताओं पर यह जिम्मेदारी है कि इस उत्साह को वोटों में बदलने के लिए सक्रिय प्रयास करें।
चुनाव का समीकरण
दिल्ली में चुनावी मुकाबला कड़ा होता जा रहा है। आम आदमी पार्टी, भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच त्रिकोणीय मुकाबला है। राहुल गांधी के जातिगत जनगणना के वादे और आरक्षण की मांग से कांग्रेस को अपने परंपरागत वोट बैंक को मजबूत करने में मदद मिल सकती है।
आगे की रणनीति
कांग्रेस को राहुल गांधी के अभियान को गति देने के साथ-साथ स्थानीय मुद्दों को भी ध्यान में रखना होगा। पार्टी के लिए यह चुनाव न केवल सत्ता में वापसी का मौका है, बल्कि अपनी राजनीतिक प्रासंगिकता को बनाए रखने की चुनौती भी है।