नई दिल्ली: रॉयल भूटान आर्मी के चीफ ऑपरेशन ऑफिसर (सीओओ) लेफ्टिनेंट जनरल बट्टू शेरिंग ने सोमवार को भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान से मुलाकात की। इस बैठक में भारत-भूटान रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने और रक्षा सहयोग को बढ़ाने पर जोर दिया गया। अधिकारियों के अनुसार, दोनों पक्षों ने क्षेत्रीय सुरक्षा स्थिति और द्विपक्षीय रक्षा संबंधों के विभिन्न पहलुओं पर गहन विचार-विमर्श किया।
छह दिवसीय यात्रा के तहत द्विपक्षीय रक्षा सहयोग को मिलेगा बढ़ावा
लेफ्टिनेंट जनरल बट्टू शेरिंग ने शनिवार को भारत की अपनी छह दिवसीय आधिकारिक यात्रा शुरू की, जिसका उद्देश्य सैन्य सहयोग को और अधिक सुदृढ़ करना तथा आपसी रक्षा संबंधों के नए रास्ते तलाशना है। उनकी इस यात्रा के दौरान भारत और भूटान के बीच रक्षा साझेदारी को और गहरा करने पर फोकस रहेगा।
डोकलाम विवाद पर भारत का भूटान को समर्थन
2017 में भारत और चीन के बीच डोकलाम ट्राई-जंक्शन पर 73 दिनों तक सैन्य गतिरोध रहा था, जब चीन ने उस क्षेत्र में सड़क विस्तार करने की कोशिश की थी, जिस पर भूटान ने दावा किया था। उस समय भारत ने भूटान के दावे का समर्थन करते हुए अपनी सेना तैनात की थी। इस घटना के बाद से भारत और भूटान के रक्षा संबंध और अधिक मजबूत हुए हैं।
रणनीतिक सहयोग को और मजबूती मिलेगी
भारत और भूटान के बीच पिछले कुछ वर्षों में रक्षा संबंधों को मजबूत करने की दिशा में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। आधिकारिक बयान के अनुसार, “लेफ्टिनेंट जनरल बट्टू शेरिंग की यात्रा दोनों देशों की सेनाओं के बीच निरंतर सहयोग को बढ़ावा देने का मार्ग प्रशस्त करेगी। इससे मित्र देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी और अधिक गहरी होगी तथा आपसी हितों से जुड़े मुद्दों पर सहयोग को नई दिशा मिलेगी।”
गार्ड ऑफ ऑनर और राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर श्रद्धांजलि
सोमवार को दिल्ली के साउथ ब्लॉक में लेफ्टिनेंट जनरल बट्टू शेरिंग को औपचारिक गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इस अवसर पर भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने उनका स्वागत किया। इसके बाद उन्होंने राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित कर भारत के शहीद नायकों को श्रद्धांजलि दी।
भारत और भूटान के बीच मजबूत रक्षा साझेदारी
भूटान भारत का रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण पड़ोसी है और दोनों देशों के बीच लंबे समय से घनिष्ठ रक्षा सहयोग रहा है। भारत भूटान की सैन्य क्षमताओं को सुदृढ़ करने में सहयोग करता रहा है, और यह यात्रा दोनों देशों के बीच रक्षा क्षेत्र में सहयोग को और अधिक प्रगाढ़ करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।
लेफ्टिनेंट जनरल बट्टू शेरिंग छह फरवरी तक भारत की आधिकारिक यात्रा पर रहेंगे और इस दौरान कई उच्चस्तरीय बैठकें करेंगे, जो दोनों देशों की रक्षा साझेदारी को और गहरा करने में सहायक साबित होंगी।