ऑनलाइन धोखाधड़ी करके लोगों को ठग रहे साइबर अपराधियों पर तेलंगाना पुलिस ने शिकंजा कसा है। पुलिस ने अभियान चलाकर 27 जालसाजों को गिरफ्तार किया है। इन अपराधियों ने देशभर में 2223 वारदातों को अंजाम दिया था। पुलिस अपराधियों से पूछताछ करने में जुटी है।
देशभर में बढ़ रहे साइबर अपराधों को रोकने के लिए पुलिस सक्रिय हो गई है। मंगलवार को तेलंगाना पुलिस ने अभियान चलाकर 20 से ज्यादा जालसाज पकड़े। पुलिस को जांच में पता लगा है कि अपराधियों ने 189 अपराध अकेले तेलंगाना में किए थे। पुलिस ने बदमाशों से 31 मोबाइल फोन, 37 सिम कार्ड, 13 डेबिट कार्ड, सात चेक बुक और कुछ अन्य दस्तावेज बरामद किए।
तेलंगाना साइबर सिक्योरिटी ब्यूरो (टीजीसीएसबी) के अधिकारियों ने बताया कि बदमाशों को राजस्थान और हैदराबाद से पकड़ा गया। आरोपी 29 फर्जी बैंक खातों का संचालन कर रहे थे। इन खातों से लगभग 11 करोड़ रुपये के संदिग्ध लेनदेन हुआ था।
टीजीसीएसबी की निदेशक शिखा गोयल ने कहा कि साइबर अपराधों के खिलाफ हमारी चार टीमों ने राजस्थान में डेरा डाला और पिछले 15 दिनों में अपराधियों को पकड़ा है। आरोपी देश में हुए 2223 साइबर अपराधों में शामिल थे। आरोपियों ने लोगों को नौ करोड़ रुपये की चपत लगाई। शातिर अपराधी व्यापार- निवेश और ट्रेडिंग का झांसा देने समेत डिजिटल गिरफ्तारी के मामलों में वांछित थे। अभियान में 33 अन्य साइबर अपराधियों की भी पहचान हुई है। उनकी गिरफ्तारी के प्रयास भी किए जा रहे हैं।
अगस्त में भी की थी कार्रवाई
इससे पहले अगस्त में हैदराबाद में 175 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के मामले में तेलंगाना साइबर सुरक्षा ब्यूरो (टीजीसीएसबी) ने एसबीआई शाखा के एक पूर्व प्रबंधक सहित दो लोगों को गिरफ्तार किया था। साइबर सिक्यूरिटी ब्यूरो की डाटा विश्लेषण टीम को शम्सीरगंज में सरकारी बैंक के छह खातों के खिलाफ ‘नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल’ पर 600 शिकायतें मिलीं और उनका सावधानी पूर्वक विश्लेषण करने पर यह सामने आया कि इस साल मार्च और अप्रैल की महज दो महीने की अवधि में इन खातों के जरिए काफी अधिक रकम का लेन-देन किया गया। बाद में और जांच करने पर पाया कि 175 करोड़ रुपये का फर्जीवाड़ा किया गया है।