ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में एक यहूदी धर्मस्थल और एक घर के बाहर आपत्तिजनक ग्राफिटी (दीवारों पर बनाई जाने वाली कलाकृति) स्प्रे पेंट किया गया, जिसके बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी। पुलिस को शनिवार की सुबह साढ़े सात बजे घटना की जानकारी मिली। उन्हें बताया गया कि सिडनी के न्यूटाउन में जॉर्जिना स्ट्रीट के एक यहूदी धर्मस्थल के बाहर ग्राफिटी स्प्रे पेंट किया गया है। वहां लाल रंग के स्वास्तिक बनाए गए थे। न्यू साउथ वेल्स पुलिस ने तस्वीरें साझा की, जिसमें दो लोगों को देखा गया। एक ने हल्के रंग के जूते, काली हूडी और गहरे रंग के कपड़े पहने हुए थे। वह बाइक से आया था।
इससे पहले शुक्रवार को दक्षिणी सिडनी के अल्लावा यहूदी धर्मस्थल में तोड़फोड़ की गई और बाहरी दीवारों पर स्प्रे पेंट से स्वास्तिक भी बनाए। शनिवार को क्वींस पार्क के हेनरी स्ट्रीट में अधिकारी एक घर में पहुंचे। उन्हें बताया गया कि संपत्ति के पास यहूदी विरोधी शब्दों का स्प्रे पेंट किया गया था। इस सप्ताह स्ट्रीट पर यह दूसरी घटना है। इससे पहले सोमवार को भी यही वाक्य एक कार के किनारे लिखा हुआ था।
ऑस्ट्रेलियाई पीएम ने की घटना की निंदा
ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज ने इन घटनाओं की निंदा की। उन्होंने कहा, “यहूदी विरोध एक अभिशाप है।” पुलिस ने सभी मामलों की जांच शुरू कर दी है। न्यू साउथ वेल्स के यहूदी बोर्ड ऑफ डेप्युटीज के अध्यक्ष डेविड ओसिप ने कहा, “धर्म स्थलों को निशाना बनाने पर हम सभी को दुख होना चाहिए। कोई यह नहीं सोचता कि यह सिर्फ बर्बरता की हरकतें हैं।” उन्होंने आगे कहा, “इन नफरत फैलाने वाले लोगों को यह जानने की जरूरत है कि वे कभी सफल नहीं होंगे।”
न्यू साउथ वेल्स के प्रीमियर क्रिस मिंस ने अस्थाई सुरक्षा कदमों में योगदान के लिए न्यू साउथ वेल्स यहूदी बोर्ड ऑफ डेप्युटीज को 340,000 अमेरिकी डॉलर का अनुदान देने की घोषणा की। मानहानि विरोधी आयोग के अध्यक्ष डीविर अब्रामोविच ने इन घटनाओं को यहूदी समुदाय के लिए आतंकवाद का खतरा बताया।