कल प्रधानमंत्री मोदी द्वारा सुबह सुबह अचानक देश के सम्बोधन में विवादित कृषि कानून वापस लेने की घोषणा कर सबको हैरान कर दिया। कानून वापसी की घोषणा के तरीके पर अब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है।
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चिदंबरम ने इस कदम की भारतीय जनता पार्टी के नेताओं की टिप्पणी का जिक्र करते हुए आरोप लगाया कि घोषणा कैबिनेट की बैठक किए बिना की गई है।
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पूर्व केंद्रीय मंत्री ने ट्विटर पर लिखा, ”क्या आपने देखा कि पीएम ने कैबिनेट की बैठक किए बिना घोषणा की? यह केवल भाजपा के अधीन है कि बिना कैबिनेट की पूर्व स्वीकृति के कानून बनाए और नहीं बनाए जाते हैं।”
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विपक्षी दलों ने जहाँ इस फैसले को किसानों की जीत बताया, वहीं केंद्रीय मंत्री अमित शाह और राजनाथ सिंह ने किसानों के कल्याण के प्रति उनकी “राजनीति” और “संवेदनशीलता” के लिए पीएम मोदी की सराहना की। भाजपा अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने इस फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने दिखाया है कि उन्हें “हमारे किसानों की बहुत परवाह है”।