कोलकाता में आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या के मुकदमे की सुनवाई बृहस्पतिवार को सियालदह कोर्ट में पूरी हो गई है। इसके बाद कोर्ट के अतिरिक्त जिला और सत्र न्यायाधीश ने फैसले के 18 जनवरी को सुनाए जाने का एलान किया। उन्होंने कहा कि फैसला सियालदह कोर्ट के नामित न्यायाधीश सुनाएंगे।
कलकत्ता उच्च न्यायालय ने कोलकाता पुलिस से लेकर इस मामले की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) सौंपी थी। सीबीआई ने इस जघन्य अपराध के आरोपी संजय रॉय को मौत की सजा देने का अनुरोध किया। मृतक स्नातकोत्तर प्रशिक्षु डॉक्टर के माता-पिता ने कहा कि अपराध में अन्य व्यक्ति भी शामिल थे और उन्हें उम्मीद है कि उन्हें भी गिरफ्तार कर अदालत में मुकदमा चलाया जाएगा। मृतका का शव 9 अगस्त को आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के चौथे मंजिल की सेमिनार रूम में मिला था। वहीं इसके बाद जांच में मृतका के साथ दुष्कर्म की भी पुष्टि हुई थी।
12 नवंबर को बंद कमरे में शुरू हुई मामले की सुनवाई
इस जघन्य अपराध में आरोपी संजय रॉय को अगले दिन कोलकाता पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। इस दुष्कर्म और हत्या मामले की सुनवाई बंद कमरे में 12 नवंबर को शुरू हुई। इस आपराधिक मामले ने पूरे देश में उबाल ला दिया। कोलकाता में जूनियर डॉक्टरों ने मृतका को न्याय और सरकारी अस्पतालों में सुरक्षा के कड़े इंतजाम की मांग को लेकर लंबे वक्त तक विरोध प्रदर्शन किया था।
इससे पहले दिसंबर 2024 में आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या के मामले के आरोपियों को जमानत दिए जाने के खिलाफ सोशलिस्ट यूनिटी सेंटर ऑफ इंडिया (कम्युनिस्ट) के सदस्यों ने राजधानी में विरोध रैली निकाली थी। इस दौरान अभया दुष्कर्म-हत्या मामले के आरोपियों के खिलाफ पूरक आरोपपत्र दाखिल करने में सीबीआई की विफलता के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया और एजेंसी का पुतला भी जलाया गया था।