माफिया डॉन अतीक अहमद को पुलिस और प्रेस की मौजूदगी में शूटरों ने अंजाम दिया था लेकिन उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या के सुपुत्र योगेश मौर्या की माने तो अतीक को यूपी पुलिस ने मारा था. योगेश मौर्य ने कौशांबी में मौर्य नगर पालिका परिषद भरवारी में शपथ ग्रहण समारोह में बया दिया कि प्रदेश की पुलिस अब आजम खान की भैंस को खोजने का काम नहीं करती। अब यूपी पुलिस अतीक अहमद को मारने का काम करती है।
डिप्टी CM केशव प्रसाद मौर्य के बेटे योगेश मौर्य इससे पहले भी कई बार सुर्खियों में रह चुके हैं। योगेश मौर्य ने पिछले साल सपा के लोगों को मारपीट का आरोप लगाने के बाद भी चर्चा में आ गए थे। हालांकि, उन्होंने बाद में मुकदमे को वापस ले लिया था। योगेश मौर्य ने कहा था कि आरोपियों में कई गरीब लोग और छात्र शामिल थे। ऐसे में उनके भविष्य को खराब नहीं करना चाहता था, इसलिए शिकायत वापस लेने का फैसला किया।
अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की मौत के 40 दिन पूरे हो गए। वहीं इनकी फरार पत्नियों को पकड़ने में पुलिस अभी तक नाकाम रही है। 15 अप्रैल की रात मोतीलाल नेहरू कॉल्विन संभागीय अस्पताल में तीन हथियारबंद हमलावरों ने पुलिस हिरासत में अतीक अहमद और अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी थी, जब उन्हें चिकित्सा परीक्षण के लिए ले जाया जा रहा था।