पश्चिम बंगाल में कोलकाता के आरजी कर मेडिकल अस्पताल मामला अभी भी शांत नहीं हो पाया है। कोलकाता पुलिस सोमवार को महिला प्रशिक्षु डॉक्टर से दुष्कर्म और हत्या के आरोपी संजय रॉय को सियालदह कोर्ट ले गई। इस दौरान पत्रकार आरोपी की आवाज न सुन सकें इसलिए पुलिस वाहन का हॉर्न बजाती रही। आरोपी संजय रॉय ने कोलकाता पुलिस आयुक्त विनीत गोयल के खिलाफ कुछ टिप्पणी की थी। मुकदमें के शुरुआती दिन 11 नवंबर को सियालदह कोर्ट के समक्ष पेश होने से पहले उसने अपनी बेगुनाही का सबूत दिया था।
सोमवार को पेशी के दौरान संजय रॉय को बोलने से रोकने के लिए पुलिस ने लगातार वाहन का हॉर्न बजाया। सोमवार को संजय रॉय को अदालत में पेश किए जाने का पांचवां दिन था। मामले की सुनवाई दिन-प्रतिदिन के आधार पर की जा रही है। अतिरिक्त जिला और सत्र न्यायाधीश अनिर्बान दास के नेतृत्व में चल रहे इस मुकदमे में अबतक नौ गवाहों ने गवाही दी है। कलकत्ता हाई कोर्ट के आदेश के बाद सीबीआई ने मामले की जांच अपने हाथ में ली।
क्या है पूरा मामला?
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज-अस्पताल में जूनियर डॉक्टर के साथ दरिंदगी की घटना नौ अगस्त की है। मृतक मेडिकल कॉलेज में चेस्ट मेडिसिन विभाग की स्नातकोत्तर द्वितीय वर्ष की छात्रा और प्रशिक्षु डॉक्टर थीं। आठ अगस्त को अपनी ड्यूटी पूरी करने के बाद रात के 12 बजे उसने अपने दोस्तों के साथ डिनर किया। इसके बाद से महिला डॉक्टर का कोई पता नहीं चला। घटना के दूसरे दिन सुबह उस वक्त मेडिकल कॉलेज में हड़कंप मच गया जब चौथी मंजिल के सेमिनार हॉल से अर्ध नग्न अवस्था में डॉक्टर का शव बरामद हुआ। घटनास्थल से मृतक का मोबाइल फोन और लैपटॉप बरामद किया गया। पोस्टमॉर्टम की शुरुआती रिपोर्ट से पता चला है कि महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म की घटना हुई थी। जूनियर महिला डॉक्टर का शव गद्दे पर पड़ा हुआ था और गद्दे पर खून के धब्बे मिले। शुरुआती पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बताया गया है कि मृतक महिला डॉक्टर के मुंह और दोनों आंखों पर था। गुप्तांगों पर खून के निशान और चेहरे पर नाखून के निशान पाए गए। होठ, गर्दन, पेट, बाएं टखने और दाहिने हाथ की उंगली पर चोट के निशान थे।