पश्चिम बंगाल के झाड़ग्राम जिले में शनिवार को करीब 35 यात्रियों को लेकर जा रही तेज रफ्तार बस सड़क किनारे एक पेड़ से टकरा गई। इस हादसे में 23 बस यात्री घायल हो गए। पुलिस ने यह जानकारी दी।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि दुर्घटना जंबोनी पुलिस थाना क्षेत्र के तुलसीबनी इलाके में सुबह करीब 11.30 बजे हुई। उस समय चालक ने बस पर नियंत्रण खो दिया और यात्रियों से भरी बस पेड़ से टकरा गई।
उन्होंने कहा कि दुर्घटना में 23 लोग घायल हो गए। उन सभी को पास के चिल्कीगढ़ इलाके के एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में ले जाया गया। उनमें से बारह को झाड़ग्राम सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया, क्योंकि उनकी हालत गंभीर थी। अधिकारी ने कहा कि बस जिले के चिचिरा से गिधनी जा रही थी।
बिनपुर विधायक देबनाथ हांसदा ने उस स्थान का दौरा किया जहां दुर्घटना हुई थी। उन्होंने उस प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का भी दौरा किया जहां कई घायलों का इलाज चल रहा है।
कोलकाता पुलिस और ISF कार्यकर्ताओं में हुई झड़प
पश्चिम बंगाल में कोलकाता के एस्प्लेनेड क्षेत्र में ISF (इंडियन सेक्युलर फ्रंट) के कार्यकर्ताओं और कोलकाता पुलिस के बीच झड़प हुई। आईएसएफ कार्यकर्ताओं ने शनिवार को दक्षिण 24 परगना जिले में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस द्वारा अपने कार्यकर्ताओं पर कथित हमलों के खिलाफ मध्य कोलकाता के एस्प्लेनेड इलाके में प्रदर्शन किया। इसी दौरान उनकी पुलिस के साथ झड़प हो गई।
हमलों के खिलाफ कोलकाता में प्रदर्शन कर रहे नौशाद गिरफ्तार
राज्य के धर्मतल्ला में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के हमलों के खिलाफ प्रदर्शन करने पहुंचे इंडियन सेक्युलर फ्रंट (आईएसएफ) के चेयरमैन और विधायक मोहम्मद नौशाद सिद्दीकी को शनिवार शाम को गिरफ्तार कर लिया। वे दक्षिण 24 परगना के भांगड़ से विधायक हैं। काफी समय तक धर्मतल्ला में अफरा-तफरी का माहौल बना रहा। उसके पहले पुलिस ने उनकी पार्टी के सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ उन्हें हिरासत में लिया था।
पुलिस ने जब नौशाद सिद्दीकी को हिरासत में लेने की कोशिश की, उस समय भी उनके समर्थकों ने पुलिसवालों पर हमले किए। पहले उन्हें पुलिस वैन में डाला गया जहां जमकर हंगामा हुआ। सिद्दीकी की गिरफ्तारी के बाद भी धर्मतल्ला में आईएसएफ कार्यकर्ताओं का विरोध प्रदर्शन चलता रहा। हालात को संभालने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े। करीब दो घंटे तक दोनों तरफ का ट्रैफिक बंद करना पड़ा था। उसकी वजह से आम लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
उल्लेखनीय है कि भांगड़ में एसएफआई कार्यकर्ताओं पर हमले हो रहे हैं जिसके आरोप तृणमूल कार्यकर्ताओं पर लग रहे हैं। यह भी आरोप है कि पुलिस शिकायत दर्ज नहीं करती। आज भी पार्टी की रैली थी जिस पर कथित तौर पर तृणमूल कार्यकर्ताओं ने पथराव किए और लाठी डंडों से हमले किए।