मेरठ: नहीं रहीं विख्यात ‘शूटर दादी’, शूटर दादी के नाम से मशहूर चंद्रो तोमर का शुक्रवार को निधन हो गया. वह कोरोना से पीड़ित थीं और मेरठ के निजी अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था. हाल ही में इनके जीवन पर आधारित एक फिल्म भी आई थी, ‘सांड की आंख’. शूटर दादी चंद्रो तोमर उत्तर प्रदेश के बागपत में अपने परिवार के साथ रहती थीं.
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नहीं रहीं विख्यात ‘शूटर दादी’
मंगलवार को शूटर दादी के कोविड-19 पॉजिटिव पाए जाने की जानकारी मिली थी. सांस लेने में परेशानी के कारण उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था. चंद्रो तोमर ने जब निशानेबाजी को अपनाया, तब उनकी उम्र 60 साल से अधिक थी, लेकिन इसके बाद उन्होंने कई राष्ट्रीय प्रतियोगिताएं जीतीं. उन्हें विश्व की सबसे उम्रदराज निशानेबाज माना जाता है.
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उन्होंने अपनी बहन (देवरानी) प्रकाशी तोमर के साथ कई प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया था. प्रकाशी भी दुनिया की उम्रदराज महिला निशानेबाजों में शामिल हैं. अपने जीवन में उन्होंने पुरुष प्रधान समाज में कई रुढ़ियों को भी समाप्त किया.
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