कथित करोड़ों रुपये के राशन वितरण घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पश्चिम बंगाल के मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक को शुक्रवार गिरफ्तार किया गया। उन्हें प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा पेश किया गया तो वह अदालत में बेहोश हो गए। अधिकारी ने बताया कि राज्य के वन मंत्री अदालत के अंदर सुनवाई के दौरान बेहोश होकर गिर पड़े। उन्होंने कहा, इसके बाद मलिक को अदालत कक्ष से बाहर बालकनी में ले जाया गया और पीने के लिए पानी दिया गया और अस्पताल ले जाया गया। हालांकि उन्हें अदालत ने छह नवंबर तक ईडी की हिरासत में भेज दिया है।
पश्चिम बंगाल में करोड़ों रुपये के कथित राशन वितरण घोटाले को एक संगठित अपराध करार देते हुए सीपीआई (एम) ने शुक्रवार को कहा कि पश्चिम बंगाल के गिरफ्तार मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक को मामले में शामिल धन के लेन-देन के बारे में जानकारी साझा करनी चाहिए। उन्होंने कहा, स्वाभाविक है कि कथित राशन घोटाले के सिलसिले में गिरफ्तारियां की गईं, यह एक संगठित अपराध है। साथ ही उन्होंने कहा, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा था कि ज्योतिप्रिय मल्लिक अस्वस्थ हैं, हम उनके स्वास्थ्य की कामना करते हैं ताकि वह सारी जानकारी दे सकें। मुख्यमंत्री ने गुरुवार को कहा था कि अगर ईडी की छापेमारी के दौरान मल्लिक को कुछ हुआ तो भाजपा के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कथित राशन वितरण घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में 2011 से 2021 तक खाद्य और नागरिक आपूर्ति विभाग संभालने वाले मलिक को शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया।