पश्चिम बंगाल में हिंसा को लेकर तृणमूल कांग्रेस ने भाजपा, माकपा व कांग्रेस जैसे दलों पर जमकर निशाना साधा। पार्टी ने शनिवार को कहा कि वामपंथी, दक्षिणपंथी और नक्सलियों का गठबंधन इंडिया सेक्युलर फ्रंट(ISF) के साथ मिलकर राज्य में अशांति फैलाने का प्रयास कर रहा है।
टीएमसी नेता सुखेंदु शेखर रॉय ने भाजपा, कांग्रेस, माकपा व नक्सलियों के गठबंधन को इंद्रधनुष करार दिया। उन्होंने कहा कि इसमें विभिन्न विचारधाराओं को मानने वाली ताकतें शामिल हैं, जिन्होंने टीएमसीवाद विरोध” के एकमात्र एजेंडे के साथ अपने विचारों में दिवालियापन दिखाया।
आईएसएफ ने फैलाई भांगड़ में हिंसा
टीएमसी नेता सुखेंदु शेखर रॉय ने आरोप लगाया कि भाजपा, माकपा व कांग्रेस जैसे दलों ने नागरिक मंच के बैनर तले हाथ मिलाया था। इसके बाद दक्षिण 24 परगना के भांगड़ में टीएमसी कार्यालयों पर आईएसएफ द्वारा हिंसक हमला किया गया और तोड़फोड़ की गई। उन्होंने कहा, आईएसएफ ने बिना किसी उकसावे के हमारे कार्यकर्ताओं पर हमला किया, लेकिन हमने स्थिति को बिगड़ने नहीं दिया। बता दें, 21 जनवरी को एक रैली में हिंसा भड़काने के आरोप में आईएसएफ विधायक नौशाद सिद्दीकी और 17 अन्य पार्टी कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया था।
भाजपा ने आरोपों को किया खारिज
उधर, भाजपा ने टीएमसी नेता के आरोपों को खारिज किया है। भाजपा ने कहा, टीएमसी अपने भ्रष्ट शासन के खिलाफ बढ़ते सार्वजनिक असंतोष और आईएसएफ के उदय के डरी हुई है, क्योंकि उसके मजबूत मुस्लिम वोट बैंक में गिरावट हुई है।
चाय बगान कर्मियों पर केन्द्र पर साधा निशाना
तृणमूल कांग्रेस यूनियन के बैनर तले चाय बगानों के करीब 200 मजदूर शनिवार को उत्तर बंगाल के बगान में धरना दिया। इस दौरान उन्होंने आरोप लगाया कि केन्द्र की ओर से दो साल पहले घोषित किए गए पैकेज का एक भी पैसा खर्च नहीं किया गया है। प्रदर्शनकारियों ने कालचीनी चाय बगान के अधिकारियों से मांग की कि वे सुनिश्चित करें कि मजदूरों को सेवानिवृत्ति के बाद की सुविधाओं से वंचित ना होना पड़े। उन्होंने चाय बगान प्रबंधन द्वारा पहले किए गए वादे के अनुसार बच्चों को छात्रवृत्ति और भत्ता देने की भी मांग की।
पश्चिम बंगाल में हिंसा को लेकर तृणमूल कांग्रेस ने भाजपा, माकपा व कांग्रेस जैसे दलों पर जमकर निशाना साधा। पार्टी ने शनिवार को कहा कि वामपंथी, दक्षिणपंथी और नक्सलियों का गठबंधन इंडिया सेक्युलर फ्रंट(ISF) के साथ मिलकर राज्य में अशांति फैलाने का प्रयास कर रहा है।
टीएमसी नेता सुखेंदु शेखर रॉय ने भाजपा, कांग्रेस, माकपा व नक्सलियों के गठबंधन को इंद्रधनुष करार दिया। उन्होंने कहा कि इसमें विभिन्न विचारधाराओं को मानने वाली ताकतें शामिल हैं, जिन्होंने टीएमसीवाद विरोध” के एकमात्र एजेंडे के साथ अपने विचारों में दिवालियापन दिखाया।
आईएसएफ ने फैलाई भांगड़ में हिंसा
टीएमसी नेता सुखेंदु शेखर रॉय ने आरोप लगाया कि भाजपा, माकपा व कांग्रेस जैसे दलों ने नागरिक मंच के बैनर तले हाथ मिलाया था। इसके बाद दक्षिण 24 परगना के भांगड़ में टीएमसी कार्यालयों पर आईएसएफ द्वारा हिंसक हमला किया गया और तोड़फोड़ की गई। उन्होंने कहा, आईएसएफ ने बिना किसी उकसावे के हमारे कार्यकर्ताओं पर हमला किया, लेकिन हमने स्थिति को बिगड़ने नहीं दिया। बता दें, 21 जनवरी को एक रैली में हिंसा भड़काने के आरोप में आईएसएफ विधायक नौशाद सिद्दीकी और 17 अन्य पार्टी कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया था।
भाजपा ने आरोपों को किया खारिज
उधर, भाजपा ने टीएमसी नेता के आरोपों को खारिज किया है। भाजपा ने कहा, टीएमसी अपने भ्रष्ट शासन के खिलाफ बढ़ते सार्वजनिक असंतोष और आईएसएफ के उदय के डरी हुई है, क्योंकि उसके मजबूत मुस्लिम वोट बैंक में गिरावट हुई है।
चाय बगान कर्मियों पर केन्द्र पर साधा निशाना
तृणमूल कांग्रेस यूनियन के बैनर तले चाय बगानों के करीब 200 मजदूर शनिवार को उत्तर बंगाल के बगान में धरना दिया। इस दौरान उन्होंने आरोप लगाया कि केन्द्र की ओर से दो साल पहले घोषित किए गए पैकेज का एक भी पैसा खर्च नहीं किया गया है। प्रदर्शनकारियों ने कालचीनी चाय बगान के अधिकारियों से मांग की कि वे सुनिश्चित करें कि मजदूरों को सेवानिवृत्ति के बाद की सुविधाओं से वंचित ना होना पड़े। उन्होंने चाय बगान प्रबंधन द्वारा पहले किए गए वादे के अनुसार बच्चों को छात्रवृत्ति और भत्ता देने की भी मांग की।