महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव से पहले आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो चुका है। कांग्रेस नेता नाना पटोले ने मतदाताओं के पंजीकरण में हेराफेरी के आरोप को लेकर शनिवार को प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले पर निशाना साधा।
नाना पटोले ने पूछा कि सत्तारूढ़ पार्टी पहले यह बताए कि उन्होंने सत्ता में रहते हुए क्या किया। उन्होंने कहा कि वे महाराष्ट्र में सरकार चलाने में विफल रहे हैं। भाजपा और कांग्रेस के बीच यह जुबानी जंग तब शुरू हुई, जब बावनकुले ने राज्य की चुनाव प्रक्रिया में बड़ी साजिश का आरोप लगाया और मतों के हेराफेरी में फंसे अधिकारियों पर कार्रवाई का अनुरोध किया।
वहीं, महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख पटोले ने शनिवार को मुंबई में पत्रकारों से बात करते हुए कहा, “उन्होंने सत्ता में रहते हुए लोगों के लिए क्या किया है या क्या कर रहे हैं। उन्हें पहले इसका हिसाब देना चाहिए। हारने के बाद आरोप लगाने का कोई फायदा नहीं।” उन्होंने कहा, “यदि कोई अधिकारी ऐसा करता है, तो उस पर नियंत्रण आपका है और ताकत आपके पास है। आप सरकार चलाने में विफल रहे हैं। आपको नहीं पता कि सरकार कैसे चलाई जाती है।”
भाजपा पर निशाना साधते हुए पटोले ने कहा, “वे केवल यह जानते हैं कि महाराष्ट्र को (उद्योगपति गौतम) अदाणी को कैसे बेचा जाता है और गुजरात से महाराष्ट्र में नशीली दवाओं कैसे लाया जाता है। हम उन लोगों के बारे में क्या कह सकते हैं, जिन्हें नहीं पता कि सरकार कैसे चलाई जाती है?”
महाराष्ट्र भाजपा प्रमुख ने क्या दावा किया
दरअसल, बावनकुले ने दावा किया कि तीन हजार से ज्यादा नाम ऐसे हैं, जिनका पंजीकरण धुले के साथ-साथ मालेगांव में भी हुआ है। मतदाता पहचान पत्र नंबर, फोटो सब एक जैसे हैं। जब चुनाव आयोग ने सबकुछ डिजिटल कर दिया है, तो उन्होंने इस पर ध्यान क्यों नहीं दिया? जो लोग धुले में वोट करेंगे, वहीं मालेगांव में भी मतदान करेंगे?
भाजपा प्रमुख ने कहा कि उन्होंने इस मामले में कार्रवाई के लिए चुनाव आयोग से संपर्क किया है। उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि ऐसे महाराष्ट्र के 30-40 विधानसभा क्षेत्रों में हुआ है। हमने आज चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराई है। जो अधिकारी इस तरह काम कर रहे हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई की जरूरत है। भाजपा ने यह मांग सामने रखी है। यह एक बड़ी साजिश है। ऐसा एक खास समुदाय का वोट हासिल करने के लिए किया गया है।
लोकसभा चुनाव में एमवीए ने 30 सीट जीतीं
हाल के संसदीय चुनावों में महा विकास अघाड़ी (एमवीए) ने महाराष्ट्र में कुल 48 निर्वाचन क्षेत्रों में से 30 पर जीत हासिल की। जिसमें कांग्रेस 13 लोकसभा सांसदों के साथ राज्य में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी। इसके सहयोगी दलों शिवसेना (यूबीटी) ने 9 और राकांपा (शरद चंद्र पवार) ने 8 सीटें जीतीं। जबकि सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन 17 सीटों पर सिमट गया, जिसे 2019 के चुनाव में 41 सीटों पर जीत हासिल हुई थी।