कांग्रेस सांसद शशि थरूर की अध्यक्षता वाली समिति की रिपोर्ट ‘भारत की हिंद महासागर रणनीति का मूल्यांकन’ सोमवार को संसद में पेश की गई। रक्षा मंत्रालय ने बताया कि भारत की समुद्री रणनीति का उद्देश्य समुद्री डकैती, तस्करी, अवैध मछली पकड़ना, समुद्री आतंकवाद, प्राकृतिक आपदाएं और जटिल भू-राजनीतिक परिस्थितियों से निपटना है, जिसके लिए पांच अलग-अलग रणनीतियां अपनाई जा रही हैं।
मंत्रालय ने कहा कि भविष्य की जरूरतों के लिए युद्ध के लिए तैयार नौसेना का निर्माण और ‘क्षमता, तैनाती और इरादों की स्पष्टता’ के जरिए प्रतिरोधक क्षमता विकसित करना प्रमुख लक्ष्य हैं। मंत्रालय के अनुसार, जमीं, हवा और पानी के भीतर सफल परीक्षणों के चलते आतंकी हमले के 96 घंटे के भीतर ऑपरेशन सिंदूर में नौसेना ने सैकड़ों मिसाइलों से लैस जहाज तैनात किए।
नौसेना का फोकस आधुनिक तकनीकों के साथ बहु-आयामी जहाजों से बेड़े को मजबूत करने और महत्वपूर्ण समुद्री मार्गों व चोक प्वाइंट की निगरानी पर है।
समिति ने हिंद महासागर क्षेत्र में चीन की बढ़ती मौजूदगी और उसके प्रभाव को लेकर गंभीर चिंता

