असम में अल्पसंख्यकों को माइनॉरिटी सर्टिफिकेट जारी किया जाएगा. असम सरकार में मंत्री केशब महंता ने इस बात की जानकारी दी. रविवार को मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने कैबिनेट मीटिंग की थी. इसी मीटिंग में अल्पसंख्यकों को माइनॉरिटी सर्टिफिकेट जारी करने का फैसला लिया गया.
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मीटिंग के बाद केशब महंता ने बताया कि मुस्लिम, सिख, ईसाई, जैन, बौद्ध और पारसी धर्म के लोगों को माइनॉरिटी सर्टिफिकेट दिया जाएगा.
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उन्होंने दावा किया कि ये पहली बार है जब अल्पसंख्यकों को इस तरह के सर्टिफिकेट दिए जाएंगे. इससे पहले किसी राज्य में ऐसे सर्टिफिकेट जारी नहीं किए गए हैं. हालांकि, उन्होंने बताया कि इसकी रूपरेखा पर अभी काम चल रहा है.
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ऐसे में सवाल ये उठता है कि असम में अल्पसंख्यकों को ये सर्टिफिकेट क्यों दिए जाएंगे? इसका जवाब भी केशब महंता ने दिया है. उन्होंने बताया कि इससे अल्पसंख्यकों की पहचान करने में मदद मिलेगी.
उन्होंने बताया कि अल्पसंख्यकों के लिए कई सारी योजनाएं हैं, उनके लिए अलग से विभाग है, लेकिन अल्पसंख्यक कौन हैं? इसकी पहचान नहीं है. इसलिए उनकी पहचान करना जरूरी है ताकि योजनाओं का लाभ उन तक पहुंचाया जा सके.