लगता है उत्तर प्रदेश के चुनावों तक प्रदेश में एक्सप्रेसवे की राजनीति नहीं थमेगी, पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर अभी सियासत थमी भी नहीं थी कि अब ताज एक्सप्रेसवे की बारी आ गयी. वही ताज एक्सप्रेसवे जिसका निर्माण मायावती के कार्यकाल में शुरू हुआ था और जिसका उद्घाटन अखिलेश के कार्यकाल में हुआ था.
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जानकारी के अनुसार नाम बदलने की शौक़ीन योगी सरकार जल्द ही इसका नाम बदलने जा रही है. चूँकि चुनाव आ गए हैं इसलिए भाजपा भीष्मपितामह पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को याद करना भी ज़रूरी है. खबर के अनुसार अब इस एक्सप्रेसवे का नाम अटल जी के नाम पर रखा जायेगा। रिपोर्ट के अनुसार 25 नवंबर को जेवर में नोएडा इंटरनशनल एयरपोर्ट के शिलान्यास कार्यक्रम में पीएम मोदी यमुना एक्सप्रेसवे के नए नाम की घोषणा कर सकते हैं।
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योगी सरकार में यह कोई पहला मौका नहीं है, पहले भी परियोजनाओं के, शहरों के, योजनाओं के नाम बदले गए हैं. इससे पहले नवंबर 2018 में भी वाजपेयी के निधन के लगभग तीन महीने बाद योगी सरकार ने प्रदेश की राजधानी लखनऊ में इकाना अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम का नाम बदलकर ‘भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम’ कर दिया था।
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इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज और फैजाबाद का नाम अयोध्या दिया गया। अभी हाल में 23 अक्टूबर को योगी सरकार ने फैजाबाद रेलवे जंक्शन का नाम बदलकर अयोध्या कैंट कर दिया था।