आल इंडिया उलमा व मशाइख बोर्ड (AIUMB) ने अपील की है मुस्लिम समुदाय के लोग सड़कों पर प्रदर्शन करने न आएं और किसी भी तरह के ऐसे काम ना करें जो पैग़म्बरे इस्लाम के बताए हुए रास्ते से हटकर हो।
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अपील में कहा गया कि आप खुद पर काबू रखें और नमाज पढ़ने के बाद सड़कों पर आकर ऐसा कुछ ना करें जो इस्लामिक दायरे से अलग हो। आज के परिदृश्य में आपको एक ऐसा एहतेजाज़ का तरीका अपनाना है जोकि पुर अमन तरीके से हो जो एक मिसाल बन सके और आपकी बात को मानने पर केंद्र सरकार मजबूर हो और किसी भी तरह का कोई भी नुकसान हमारे देश हमारे हमवतन भाइयों की जान माल का तथा समाज के लोगों का नहीं होना चाहिए हम जिस बात की मांग कर रहे हैं वह पुरअमन तरीके से ज्यादा असरदार होगी साथ ही जिला प्रशासन आप पर किसी तरह की ऐसी कार्रवाई ना कर सकेगा जिस से आने वाली नस्लों को उनके भविष्य को किसी तरह का कोई नुकसान नहीं पहुंचेगा ।
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AIUMB ने कहा कि हम अमन वाले पैगंबर के उम्मती हैं हमसे ऐसा कोई काम न हो जिससे कोई हमारे नबी के बारे में ,प्यारी तलीमात के बारे में बदगुमान हो आज मुसलमानों को खुद सीरत से ताल्लुक रखने वाली किताबे पढनी चाहिए क्योंकि हमारे नबी की सीरत हर मुकाम पर हमें रास्ता दिखाती है कि क्या और कैसे किया जाना चाहिए तमाम उलमा से अपील है कि तरबियती इज्तेमात मस्जिद में मुनक्किद करें और जुमा के खिताब में भी सीरत को बयान करें ताकी लोगों को पता चले कि इस्लाम अमरे रसूल है उससे हट कर नहीं और उससे अलग रहने वाला हममें से नहीं।
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अगर एहतजाज करना जरूरी हो तो आपको गली मोहल्ला मस्जिद और जुमा का दिन छोड़कर किसी ग्राउंड को जहां प्रशासन ने धरने प्रदर्शन की इजाज़त दी हुई है उसे चुनना चाहिए और जिला प्रशासन को इसकी पूर्व सूचना देकर सही तरीके से अपना विरोध प्रदर्शन दर्ज कराने का काम करना चाहिए यदि प्रशासन इजाजत न दे तो इस बारे में कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाया जा सकता है जिस तरह की कार्रवाई देखने को मिल रही है वह ना काबिले बर्दाश्त है इसलिए आप सभी से खास अपील है आप लोग कानून के दायरे में रहकर अपने प्रदर्शन को करें और अपना विरोध दर्ज कराएं ना कि दंगा फसाद करके क्योंकि दंगा फसाद किसी भी मसले का हल नहीं है ।
अपील में आगे कहा गया है कि कुरान ने हमें दोहरी जिम्मेदारी दी है पहली यह कि जमीन पर फसाद नहीं फैलाना है दूसरी यह कि फसाद को मिटाने की और रोकने के हर मुमकिन कोशिश करनी है लिहाजा मुसलमान दंगा फैलाने वाले नहीं दंगा रोकने वाले होते हैं इसे समझा जाए और होशियार रहा जाए इस वक्त आपके खिलाफ साजिश है उसे समझिए क्योंकि मोमिन गौर व फिक्र करते हैं । इसलिए आप सभी लोगों से खास अपील है कि अमन कायम रखें और अपनी बात को सरकार तक पहुंचाने का काम करें ताकि आप भी महफूज रहे और सरकार भी आपकी बात सुनने पर मजबूर हो सके ।