उत्तर प्रदेश में होने वाले चुनाव से पहले आयकर विभाग एक्शन में है, जिसके शिकार ज़्यादातर समाजवादी पार्टी के नेता या उससे जुड़े लोग हो रहे हैं .
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जानकारी के मुताबिक आयकर विभाग ने गुरुवार को एक बड़े परफ्यूम कारोबारी के ठिकानों पर छापा मारकर हिरासत में लिया गया. इस इत्र व्यापारी ने अभी हाल ही में समाजवादी इत्र लांच किया था.
ख़बरों के मुताबिक डीजीआई (डायरेक्टर जनरल ऑफ जीएसटी इंटेलिजेंस) की टीम ने कारोबारी के सात ठिकानों पर छापा मारा और इसमें करीब 150 करोड़ की अघोषित रकम का खुलासा हुआ है. आयकर विभाग को 90 करोड़ रुपये नकद मिले हैं.
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रिपोर्ट के मुताबिक जांच टीमों ने कानपुर के कन्नौज स्थित इत्र व्यापारी के तीन परिसरों, आवास, कार्यालय, पेट्रोल पंप और कोल्ड स्टोरेज पर एक साथ छापे मारे. इसके साथ ही आयकर विभाग ने कारोबारी के मुंबई शोरूम और दफ्तरों पर भी छापे मारे हैं. इसके साथ ही डीजीजीआई के मुंबई और गुजरात विंगों ने सुबह करीब साढ़े 10 बजे छापेमारी शुरू की.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक आयकर विभाग की छापेमारी में फर्जी कंपनियों द्वारा काले धन को वैध करने का मामला सामने आया है. विभाग ने कम से कम 40 बोगस कंपनियां पकड़ी गई हैं और इन कंपनियों के जरिए अवैध धन को वैध किया जा रहा था.
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आयकर विभाग के छापेमारी के बाद कारोबारी को हिरासत में लिया गया है . जांच में यह भी पता चला है कि कारोबारी की दो कंपनियां अरब देशों में हैं और भारत में ही छह कंपनियां पंजीकृत हैं. आयकर विभाग के मुताबिक कारोबारी का निवास कानपुर में है और कन्नौज में इत्र व्यवसाय है. जबकि कारोबार का बड़े केन्द्र मुंबई है.
पीयूष जैन बड़े कारोबारी हैं और वह समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के करीबी हैं. अभी तक आधिकारिक तौर पर आयकर विभाग ने कोई जानकारी नहीं दी है. चुनावी साल में एसपी प्रमुख अखिलेश यादव के करीबी पर छापेमारी के बाद एक बार फिर सियासत गर्माने की संभावना है.