पद से हटने के बाद महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे आज पहली बार पत्रकारों से सत्ता पलट पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि बीजेपी को ये पहले ही कर लेना चाहिए था. कम से कम उसे अपना मुख्यमंत्री तो मिल जाता. उन्होंने कहा कि क्या अमित शाह ने मुझसे किया हुआ अपना वादा रखा? अगर ऐसा होता तो राज्य का मुख्यमंत्री आज कोई बीजेपी नेता होता. उद्धव ने कहा कि बीजेपी ने एकनाथ शिंदे को केवल नाम के लिए मुख्यमंत्री बताया है और ये शिवसेना का मुख्यमंत्री नहीं है.
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उद्धव ठाकरे ने कहा कि मुझसे कोई महाराष्ट्र नहीं छीन सकता. उन्होंने कहा कि सत्ता के लिए रातों रात खेल किया गया. शिवसेना पक्ष प्रमुख ने कहा कि ये लोग सत्ता छीन सकते हैं, लेकिन मेरे दिल से कभी महाराष्ट्र नहीं निकाल सकते. मैं समर्थकों और मुंबई के लोगों से अपील करता हूं कि वह ऐसा कोई काम न करें, जिससे राज्य या शहर का माहौल खराब हो.
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उद्धव ठाकरे ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि मेरे पास तीन सवाल हैं. जिस तरह आपने तथाकथित शिवसैनिक को सीएम बनाया, यही तो हम कहते आ रहे थे. गृहमंत्री अमित शाह ने वादा निभाया होता तो आज शिवसेना के मुख्यमंत्री के ढाई साल हो गए होते. आज ये करना नहीं पड़ता. दूसरी बात मैं कहना चाहता हूं. मुझसे जो नाराजगी है, वो मुंबई पर मत निकालिए. नाराजगी मुझसे है तो मुझ पर ही वार कीजिए. मुंबई के पर्यावरण से खिलवाड़ मत कीजिए. कांजूरमार्ग में मेट्रो रेलवे के कारशेड बनाए जाने के प्रस्ताव को मत बदलें. कांजूरमार्ग की जगह महाराष्ट्र के हित में इस्तेमाल करें. ढाई साल पहले वादा तोड़ दिए और अब लोगों में गलतफहमियां तैयार की जा रही हैं.
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उद्धव ठाकरे ने कहा, ‘जनता का लोकतंत्र से विश्वास उठ रहा है. जनता यह देख रही है कि उनके वोट महाराष्ट्र से सूरत, सूरत से गुवाहाटी और गोवा होते हुए ना जाने कहां-कहां घुम रहे हैं. सत्ता किसी के भी हाथ में रहे, लेकिन लोकतंत्र से जनता का विश्वास नहीं उठना चाहिए. ‘