पश्चिम बंगाल के मालदा जिले से मानवता को शर्मसार करने वाली तस्वीरें सामने आई हैं। यहां पर गांव का रास्ता खराब होने से कोई वाहन और एंबुलेंस नहीं मिलने से मरीज को परिजन खाट से रस्सियों से बांधकर अस्पताल ले जाते दिखे। लेकिन, महिला ने बीच रास्ते में ही दम तोड़ दिया।
यह भयानक तस्वीर मालदा के बामनगोला थाना क्षेत्र के गोबिंदपुर-महेशपुर ग्राम पंचायत के मालडांगा गांव में देखने को मिली। घटना की खबर फैलते ही प्रशासनिक हलके में हड़कंप मच गया। भाजपा ने इसको लेकर राज्य सरकार पर हमला बोला है।
सूत्रों के मुताबिक, गांव की महिला ममनी राय (26 वर्षीय), जो पिछले कुछ दिनों से बीमार थीं। उनकी शारीरिक हालत बिगड़ने पर इलाके के निवासियों ने उन्हें अस्पताल ले जाने की कोशिश की। उन्हें खाट पर लिटाकर अस्पताल ले जाया गया। लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका। इस घटना से राजनीतिक गलियारों में हड़कंप मच गया।
सूत्रों का दावा है कि ममनी की तबीयत खराब होने पर उनके परिजनों ने अस्पताल ले जाने के लिए निजी वाहन और एंबुलेंस से संपर्क किया। लेकिन गांव का रास्ता खराब होने का बहाना बनाकर कोई भी मरीज को अस्पताल पहुंचाने नहीं। उसके बाद परेशान परिजनों ने ममनी को अस्पताल ले जाने के लिए एक खाट पर रस्सी बांधा, और एक लकड़ी के सहारे उसे अस्पातल पहुंचाने का प्रयास किया। लेकिन बीच रास्ते में ही उनकी मौत हो गई।
इस पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सुकांत मजूमदार ने इस घटना पर दुख जताते हुए कहा, यह पहली घटना नहीं है। राज्य की सड़कों का बुरा हाल है। लोग मर रहे हैं और तृणमूल के नेतत्व वाली सरकार हर मोर्चे पर फेल हुई है।