कोरोना से मच रही है भारत में भारी तबाही, इंडियन ओवरसीज़ कांग्रेस के प्रमुख सैम पित्रोदा ने भारत में कोरोना वायरस संक्रमण से प्रतिदिन होने वाली मौतों के आधिकारिक आंकड़ों पर सवाल खड़े करते हुए कहा है कि ये आंकड़े सामान्य समझ से परे हैं।
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उन्होंने कहा कि भारत में आम दिनों में प्रतिदिन औसतन 30 हजार लोगों की मौत होती है और ऐसे में कोरोना से अगर प्रतिदिन 3 हज़ार अतिरिक्त लोगों की मौत हो रही है तो फिर अंतिम संस्कार के लिए लाइनें नहीं लगनी चाहिए।
कोरोना से मच रही है भारत में भारी तबाही…
पित्रोदा ने हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनावों के दौरान हुईं जनसभाओं को कोरोना वायरस का असली ‘सुपर स्प्रेडर’ करार देते हुए कहा कि भारत में टीकाकरण की प्रक्रिया को राजनीति से अलग रखना होगा।
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भारत में दूरसंचार क्रांति के सूत्रधार माने जाने वाले और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के करीबी रहे पित्रोदा ने ‘डिकोडिंग इलेक्शंस’ नामक यूट्यूब चैनल पर डॉक्टर मयंक दलाल के साथ संवाद में कहा कि टीकाकरण एक जटिल प्रक्रिया है। निर्माण और वितरण को देखना होता है, अगर किसी चीज का निर्माण करते हैं तो आपको यह देखना होगा कि इसकी आपूर्ति कैसे करनी है।
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भारत में कोरोना की दूसरी लहर से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा, ‘कोरोना की दूसरी लहर की ‘रियल सुपर स्प्रेडर’ चुनावी जनसभाएं रहीं, प्रधानमंत्री ने मास्क नहीं पहना और इससे संदेश गया कि अब कोई दिक्कत नहीं है, हो सकता है, उनसे यह अनजाने में हुआ हो।