कानपुर के सिविल लाइंस स्थित ग्रीनपार्क से चार महीने पहले अगवा कारोबारी की पत्नी की हत्या कर शव वीआईपी रोड पर ऑफिसर्स क्लब परिसर के अंदर दफना दिया गया। महिला को अगवा करने के आरोपी जिम ट्रेनर को शनिवार को कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार किया। इसके बाद उसने यह बात स्वीकार की।
इस पर पुलिस अधिकारी फोरेंसिक टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और शव की तलाश के लिए खोदाई शुरू कराई। देर रात करीब साढ़े बारह बजे महिला का शव भी बरामद कर लिया गया। सिविल लाइंस के गोपाल विहार बिन्नी विला सोसायटी में कारोबारी राहुल गुप्ता परिवार के साथ रहते हैं।
उन्होंने बताया कि उनकी पत्नी एकता गुप्ता (32) इसी साल 24 जून को रोज की तरह ग्रीनपार्क स्टेडियम में जिम करने गई थी। इसके बाद से लौटकर नहीं आई। कारोबारी ने कोतवाली थाने में रायपुरवा के शक्कर मिल खलवा निवासी जिम ट्रेनर विमल सोनी के खिलाफ पत्नी को बहला-फुसला कर ले जाने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
प्रोटीन शेक के साथ नशीला पदार्थ दिया
आरोप लगाया था कि जिम ट्रेनर ने पत्नी को प्रोटीन शेक के साथ नशीला पदार्थ दिया। इसके बाद उसे कार से लेकर चला गया था। पति राहुल गुप्ता और भाई हिमांशु को कोतवाली पुलिस ने शनिवार शाम को जानकारी दी कि विमल सोनी को गिरफ्तार किया गया है।
देर रात तक चली खोदाई के बाद मिला कंकाल
विमल सोनी ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि उसने एकता की हत्या कर शव दफना दिया था। देर रात तक एडिश्नल पुलिस कमिश्नर कानून व्यवस्था हरीश चंदर क्लब परिसर की खोदाई कराने के लिए डटे रहे और आखिर में एकता का शव मिलने पर परिजनों ने उसकी शिनाख्त भी कर ली।
महिला का शव मिल गया है। आरोपी से पूछताछ कर हत्या की वजह जानने की कोशिश की जा रही है। -श्रवण कुमार, डीसीपी ईस्ट
लाखों की नकदी-जेवर तो नहीं बने हत्या की वजह
कारोबारी की पत्नी एकता की हत्या के पीछे की वजह लाखों की वह नकदी और जेवर भी हो सकते हैं, जिन्हें लेकर ही वह चार माह पूर्व गायब हुई थी। उस वक्त भी पति राहुल ने जेवर-नकदी के कारण पत्नी के साथ अनहोनी होने की आशंका जताई थी। इसके अलावा पुलिस इस बिंदु पर भी जांच कर रही है कि कहीं एकता जिम ट्रेनर विमल का साथ छोड़कर वापस, तो नहीं लौटना चाहती।
पुलिस ने मामले को हल्के में लिया था
इसके विरोध पर उसने हत्या को अंजाम दिया हो। बता दें कि चार माह पूर्व राहुल ने जो तहरीर दी थी उसमें बताया था कि पत्नी के बैंक खातों से लाखों नकदी और घर से पूरे गहने गायब है। इसके बाद भी पुलिस ने मामले को हल्के में लिया, तो परिजनों ने हंगामा भी किया था।
कार मिलने के बाद पुलिस ने मामले को हल्के में लिया था
जिम ट्रेनर के पास से शोएब नाम रजिस्टर्ड कार थी। पुलिस ने उसे जिम ट्रेनर और महिला के लापता होने के बाद 25 नून को बरामद की थी। कार में रस्सी, टूटा क्लेचर, तौलिया, सिम ट्रे व अन्य सामान बरामद हुआ था। इससे पुलिस ने यह माना था कि दोनों ने नया सिम कार्ड खरीद लिया और लापता हो गए। इसके बाद पुलिस ने इस मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया।
फाइल में बंद एकता अपहरण कांड का खुलासा
कोतवाली पुलिस के साथ ही अफसर भी दूसरे काम में लग गए। शनिवार अचानक पुलिस के हाथ जिम ट्रेनर लग गया और चार महीने से पुलिस की फाइल में बंद एकता अपहरण कांड का खुलासा हुआ। देर रात तक डीसीपी से कोतवाली प्रभारी तक नहीं फोन नहीं उठाया न ही किसी अफसर ने एकता की हत्या की वजह ही बताई है। माना जा रहा है कि जेवर और नकदी या किसी हरकत का विरोध करने पर जिम ट्रेनर ने एकता की हत्या की है।
घटनास्थल के आसपास रहते हैं कई वीआईपी
वीआईपी रोड स्थित जिलाधिकारी आवास से सटे ऑफिसर्स क्लब और उसके आसपास बने सरकारी आवासों में न्यायिक और प्रशासनिक अफसर परिवार के साथ रहते हैं। वहीं बड़े कारोबारियों के प्लैट और घर भी है। खास बात यह है कि अगर जिम ट्रेनर की बात सही है, तो अति सुरक्षित मानें जाने वाले इस स्थान तक महिला को कैसे ले गया। वहां महिला की हत्या और शव गड्ढा कर दफना भी दिया गया।
डीएम कार्यालय के कर्मी का करीबी है आरोपी
जिलाधिकारी व ऑफिसर्स क्लब में कुछ लोगों को आरोपी जिम ट्रेनर को ट्रेनिंग देते जाता था। उसकी एक जिलाधिकारी कार्यालय में तैनात एक कर्मचारी से करीबी होने की बात भी बात भी सामने आई है। इसकी वजह से उसका अक्सर कैंपस में आना-जाना था और उसे कोई नहीं रोकता-टोकता था।