लोकसभा चुनाव से पहले राज्यसभा सांसद और शिवसेना (शिंदे गुट) नेता मिलिंद देवड़ा ने कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि गठबंधन के कारण कांग्रेस कुछ ज्यादा ही उद्धव ठाकरे के सामने झुक गई है। मुंबई में शिवसेना (यूबीटी) को कांग्रेस ने कुछ अधिक ही सीटें दे दी हैं। दुर्भाग्य है कि कांग्रेस ने उस पार्टी के सामने आत्मसमर्पण, जिस पर न तो वे भरोसा करते हैं और न ही गठबंधन सहयोगी के रूप में महत्व देती है।
गौरतलब है कि महाविकास अघाड़ी में कांग्रेस, शिवसेना (यूबीटी) और एनसीपी (एसपी) शामिल हैं। तीनों पार्टियों के बीच सीट शेयरिंग समझौते पर अंतिम मुहर लग चुकी है। समझौते के तहत ठाकरे की पार्टी मुंबई दक्षिण, मुंबई दक्षिण-मध्य, मुंबई उत्तर-पूर्व और मुंबई उत्तर-पश्चिम सीटों पर चुनाव लड़ेगी तो वहीं, कांग्रेस केवल दो- मुंबई उत्तर और मुंबई उत्तर-मध्य पर चुनाव लड़ेगी।
कांग्रेस ने कार्यकर्ताओं का अपमान किया
समझौते पर कटाक्ष करते हुए देवड़ा ने कहा कि कांग्रेस के स्थानीय नेताओं को यह समझौता रास नहीं आया। मुंबई की पांच सीटों पर चुनाव लड़ने वाली कांग्रेस इस साल सिर्फ दो सीटों पर चुनाव लड़ेगी। कांग्रेस मुंबई प्रमुख वर्षा गायकवाड़ ने इसी वजह से अपना अंसतोष व्यक्त किया है। उन्होंने दावा किया कि जब 2019 में महाविकास अघाड़ी गठबंधन बना था तो मुझे भी कुछ ऐसा ही महसूस हुआ था। मैं उनके असंतोष को समझ सकता हूं। देवड़ा ने कहा कि ठाकरे की मांगों को मानकर पार्टी ने अपने नेताओं को नहीं बल्कि अपने कार्यकर्ताओं को नुकसान पहुंचाया है।
इन सीटों पर चुनाव लड़ेगी शिवसेना (यूबीटी): जलगांव, परभणी, नासिक, पालघर, कल्याण, ठाणे, रायगढ़, मावल, उस्मानाबाद, रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग, बुलढाणा, हथकनंगकाले, औरंगाबाद, शिरडी, सांगली, हिंगोली, यवतमाल-वाशिम, मुंबई साउथ, मुंबई साउथ सेंट्रल, मुंबई नॉर्थ वेस्ट और मुंबई नॉर्थ ईस्ट।
कांग्रेस इन सीटों पर ठोकेगी ताल: नंदुरबार, धुले, अकोला, अमरावती, नागपुर, भंडारा-गोंदिया, गढ़चिरौली-चिमूर, चंद्रपुर, नांदेड़, जालना, मुंबई उत्तर मध्य, मुंबई उत्तर, पुणे, लातूर, सोलापुर, कोल्हापुर और रामटेक।
राकांपा (शरद गुट) के हिस्से ये सीटें: बारामती, शिरूर, सतारा, भिवंडी, डिंडोरी, माधा, रावेर, वर्धन, अहमदनगर दक्षिण और बीड।
कांग्रेस ने खटखटाया चुनाव आयोग का दरवाजा
महाराष्ट्र कांग्रेस इस बीच चुनाव आयोग पहुंची है। प्रदेश प्रवक्ता अतुल लोंढे ने आयोग को लिखे पत्र में कहा कि एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना प्रचार के दौरान एमएसआरटीसी बसों पर अवैध रूप से बैनर लगाकर आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन कर रही है। लोंधे ने आरोप लगाया कि बैनरों में प्रमुख रूप से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस और अजीत पवार की तस्वीरें और शिवसेना चुनाव चिन्ह लगा हुआ है।