मौसमी फ्लू के बढ़ते मामलों को देखते हुए कर्नाटक सरकार सतर्क हो गई है। राज्य सरकार ने वायरल संक्रमण के प्रसार को रोकने और इस पर काबू पाने के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी दिशा-निर्देशों के पालन करने की सरकार ने जनता से अपील की है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री के. सुधाकर के ने कहा कि मैं लोगों से आग्रह करता हूं कि वे एहतियाती उपायों का पालन करें। किसी भी लक्षण के मामले में डॉक्टर से मिलें और बिना परामर्श दवा लेने से बचें।
रणदीप गुलेरिया ने लोगों को सावधानी बरतने को कहा
इस बीच इन्फ्लुएंजा पर मेदांता के निदेशक-चिकित्सा शिक्षा डॉ. रणदीप गुलेरिया ने भी लोगों से सतर्क रहने की अपील की। उन्होंने कहा कि वर्तमान में हम इन्फ्लूएंजा का सामना कर रहे हैं। इसमें बुखार, गले में खरास, खांसी, शरीर में दर्द और नाक बहने की समस्याएं सामने आ रही हैं। ऐसे मामलों में लगातार वृद्धि देखी जा रही है।
यह एक सामान्य इन्फ्लुएंजा स्ट्रेन
उन्होंने कहा कि H3N2 एक प्रकार का इन्फ्लुएंजा वायरस है, जो हम हर साल इस समय देखते हैं। यह एक वायरस है, जो समय के साथ रूप बदलते रहता है, जिसे एंटीजेनिक ड्रिफ्ट कहा जाता है। पहले H1N1 वायरस का सामना कर रहे थे, वर्तमान सर्कुलेटिंग स्ट्रेन H3N2 है। इसलिए यह एक सामान्य इन्फ्लुएंजा स्ट्रेन है।
मास्क पहनें, बार-बार हाथ धोएं: गुलेरिया
डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कहा कि यह ड्रॉपलेट्स के जरिए कोरोना वायरस की तरह ही फैलता है। केवल उन लोगों को सावधान रहने की जरूरत है, जिन्हें पहले ही कुछ स्वास्थ्य समस्याएं हैं। एहतियात के तौर पर मास्क पहनें, बार-बार हाथ धोएं और फिजिकल डिस्टेंसिंग रखें। इन्फ्लूएंजा के लिए भी उच्च जोखिम वाले समूह और बुजुर्गों के लिए एक टीका है, जिसके जरिए इससे बचा जा सकता है।