कंझावला कांड में एफएसएल रोहिणी ने दिल्ली पुलिस को कई रिपोर्ट सौंपी हैं जिससे मामले में कई खुलासे हो सकते हैं। जानकारी के अनुसार रोहिणी फॉरेंसिक टीम ने शुक्रवार को दिल्ली पुलिस को आरोपियों के खून के सैंपल की रिपोर्ट सौंप दी है। रिपोर्ट के मुताबिक चारों आरोपियों ने घटना वाली रात में शराब पी रखी थी। इसके साथ ही फॉरेंसिक टीम ने पुलिस को क्राइम सीन की भी रिपोर्ट सौंपी है। इससे स्पष्ट हो सकेगा कि घटना का क्रम क्या रहा। इसके साथ ही आज शाम 5.00 बजे एफएसएल की टीम मृतक महिला की विसरा रिपोर्ट भी पुलिस को सौंपेगी।
सबूत जुटाने पहुंची राष्ट्रीय फॉरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी की टीम
एक ओर जहां आज रोहिणी एफएसएल की टीम ने दिल्ली पुलिस को अपनी रिपोर्ट सौंपी हैं वहीं, गांधीनगर, गुजरात स्थित राष्ट्रीय फॉरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी की पांच सदस्यीय टीम ने मामले में साक्ष्य, नमूने एकत्रित करने शुरू कर दिए हैं।
बाहरी जिले के डीसीपी हरेंद्र सिंह के आग्रह पर टीम गुरुवार को दिल्ली आई है। गृह मंत्रालय ने दिल्ली पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा को पुलिस कर्मियों को निलंबित करने के आदेश दे दिए हैं। साथ ही संबंधित वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस देने के आदेश दिए हैं। मंत्रालय ने मामले में दिल्ली पुलिस को जल्द ही चार्जशीट दाखिल करने के आदेश भी दिए हैं।
11 पुलिसकर्मी निलंबित
गृह मंत्रालय के निर्देश के बाद युवती अंजलि को कार से 13 किलोमीटर तक घसीटने के मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए वारदात वाली रात तीन पीसीआर वैन व दो पिकेट पर तैनात 11 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है।
रोहिणी जिले के जिन 11 पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है उनमें दो सब इंस्पेक्टर, चार असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर, चार हेड कांस्टेबल और एक कांस्टेबल शामिल हैं। घटना के दिन इनमें से छह पीसीआर ड्यूटी पर थे और पांच पीकेट पर थे। इन पुलिसकर्मियों पर ड्यूटी में लापरवाही बरतने का आरोप है। बता दें कि जिस रूट पर ये घटना हुई, उस रूट पर तैनात पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है।