महाराष्ट्र विधान परिषद चुनाव में विदर्भ में महा विकास अघाड़ी (MVA) गठबंधन की जीत में भाजपा नेताओं ने मदद की है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने शुक्रवार को यह दावा किया। उन्होंने कहा कि अब भाजपा गठबंधन टिक नहीं पाएगा। गौरतलब है कि एमवीए ने पांच सीटों में से तीन (नागपुर, औरंगाबाद और अमरावती) पर जीत हासिल की। वहीं, भाजपा ने कोंकण सीट, जबकि नासिक स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार सत्यजीत तांबे ने जीत हासिल की।
मीडिया से बात करते हुए पटोले ने कहा कि तांबे परिवार ने पार्टी को धोखा दिया। कांग्रेस के आधिकारिक उम्मीदवार सुधीर तांबे ने नामांकन दाखिल करने के आखिरी दिन अपना नाम वापस ले लिया था, उनके बेटे सत्यजीत तांबे ने निर्दलीय के रूप में अपना पर्चा दाखिल किया था। इसके बाद कांग्रेस ने दोनों को निलंबित कर दिया था। पटोले ने कहा कि विधान परिषद चुनाव से साफ हो गया है कि महाराष्ट्र में जनता किसके साथ है। उन्होंने विदर्भ में जीत का श्रेय राहुल गांधी और भारत जोड़ो यात्रा को दिया।
नागपुर डिवीजन में एमवीए समर्थित उम्मीदवार सुधाकर अडबले की जीत के बाद गुरुवार को पटोले ने दावा किया था कि भाजपा के मूल संगठन (आरएसएस) के गढ़ में जीत भगवा पार्टी के लिए झटका है। अमरावती और नागपुर दोनों एमएलसी सीटें विदर्भ क्षेत्र में आती हैं। उन्होंने कहा कि विदर्भ कांग्रेस के साथ रहा है। हमें गलत समन्वय और योजना से नुकसान उठाना पड़ा था। इस बार सभी ने मिलकर काम किया और यह चुनाव लड़ा। पटोले ने कहा कि अमरावती हो या नागपुर संभाग, यहां कई भाजपा नेताओं ने हमारी मदद की है। जल्द भाजपा का गढ़ खत्म हो जाएगा।
भाजपा के एमएलसी चुनाव में तांबे का समर्थन करने को लेकर उन्होंने दावा किया कि इसके लिए भाजपा जिम्मेदार थी। कांग्रेस का घर तोड़ने की भाजपा की कोशिश से पार्टी को बहुत ‘नुकसान’ हुआ है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने हमारा एक विधायक तोड़ा है। अब हमने नासिक संभाग से 50 विधायक जिताने की रणनीति बनाई है।