अडानी ग्रुप ने पंजाब के किलारायपुर स्थित अपने लोजिस्टिक्स पार्क का परिचालन को बंद करने का निर्णय लिया है| प्रदेश के इतिहास में पहली बार किसी उद्योग ने कोर्ट में याचिका दायर करके अपने अधिकारों के हनन का हवाला दे कर कहा कि वो अपना व्यापार बंद कर रहे हैं|
निडर, निष्पक्ष, निर्भीक चुनिंदा खबरों को पढने के लिए यहाँ >> क्लिक <<करें
गौरतलब है की अडानी ग्रुप ने किलारायपुर में अपने आईसीडी की शुरुआत 2017 में की थी और इसका उद्देश्य था, लुधियाना और पंजाब में अन्य जगहों पर स्थित उद्योगों की रेल तथा सड़क मार्ग से माल आवाजाही की सुविधा प्रदान करना।
इस लोजिस्टिक्स पार्क का कार्य अडानी ग्रुप को सरकार द्वारा चलाये गए एक खुली और प्रतिस्पर्धामत्मक बोली के बाद आवंटित किया गया था लेकिन जनवरी 2021 के बाद से ही यहाँ का कार्य ठप्प पड़ा हुआ है|
अधिक महत्वपूर्ण जानकारियों / खबरों के लिये यहाँ >>क्लिक<< करें
दरअसल जनवरी के महीने में किसानो ने इस लोजिस्टिक्स पार्क के बहार धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया और ट्रेक्टर ट्राली लगा कर कर्मचारियों और सामान के आने -जाने पर प्रतिबन्ध लगा दिया।
कोर्ट में दाखिल किये गए हलफनामे में अडानी ग्रुप ने साफ़ साफ़ कहा कि वो अब और नुक्साGन उठाने की परिस्थिति में नहीं है और अपने ICD ऑपरेशन्स को बंद करने के लिए प्रतिकात्मतक रूप से उसने अपने साइन बोर्ड इत्यादि को ICD से हटा दिया है|
‘लोकल न्यूज’ प्लेटफॉर्म के माध्यम से ‘नागरिक पत्रकारिता’ का हिस्सा बनने के लिये यहाँ >>क्लिक<< करें
याचिका में ये भी कहा गया की पिछले सात महीनो में इस लोजिस्टिक्स पार्क से कोई भी व्यावसायिक कार्य नहीं हो पाया है, लेकिन अडानी ग्रुप ने लोगों की तनख्वाह को चालू रहने दिया तथा संस्थान के मेंटेनेंस का खर्चा भी उठाती रही|