लोकसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों में आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। इस बीच, कांग्रेस पार्टी एक बार फिर अपने नेता राहुल गांधी के बचाव में उतर आई है। उसने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘डरो मत, भागो मत’ वाले बयान पर पलटवार किया। कहा कि उनके दो प्रेरक नेता भी दो सीटों से लोकसभा चुनाव लड़ चुके हैं।
दरअसल, राहुल गांधी ने शुक्रवार को रायबरेली से अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। वह केरल के वायनाड से भी चुनाव लड़ रहे हैं।
खुद लड़ा था दो सीटों से चुनाव
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने शुक्रवार को पीएम मोदी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भाजपा के आइकन लालकृष्ण आडवाणी और अटल बिहारी वाजपेयी दो सीटों से लोकसभा चुनाव लड़ चुके हैं। वहीं, खुद पीएम मोदी ने साल 2014 के आम चुनाव में दो सीटों से चुनाव लड़ा था।
बता दें, पीएम मोदी ने 2014 में वाराणसी और वडोदरा सीट से चुनाव लड़ा था और जीत हासिल की थी। बाद में उन्होंने वडोदरा निर्वाचन क्षेत्र छोड़ दिया।
प्रधानमंत्री पर ओछी बातें करने का आरोप
मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रधानमंत्री पर ओछी बातें करने और अपनी गरिमा भूलने का आरोप लगाया। उन्होंने दावा किया कि पीएम मोदी डरे हुए हैं। उन्होंने कहा, ‘वह अपनी गरिमा छोड़कर तुच्छ बातें करते हैं और हमले करते हैं। उन्हें जवाब देने का कोई मतलब नहीं है। कौन डरा हुआ है? क्या आडवाणी ने दो सीटों से नामांकन दाखिल नहीं किया था? क्या अटल बिहारी वाजपेयी ने ऐसा नहीं किया था? उन्होंने खुद ऐसा किया।’
पीएम मोदी ने पश्चिम बंगाल के बर्धमान में आयोजित एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा राहुल गांधी और सोनिया गांधी पर निशाना साधा था। उन्होंने कहा था कि राहुल गांधी अमेठी से चुनाव लड़ने से डर गए हैं। यही वजह है कि उन्होंने इस बार अमेठी की जगह रायबरेली से चुनाव लड़ने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि वायनाड से हार के डर से राहुल गांधी अपने लिए सुरक्षित सीट तलाश रहे हैं। पीएम मोदी ने राहुल गांधी से डरने या भागने की कोशिश नहीं करने के लिए कहा।
उन्होंने कहा, ‘दो सीटों से चुनाव लड़ने को लेकर पीएम मोदी ने राहुल पर तंज कसते हुए एक रैली में कहा था, ‘मैंने पहले ही ये भी बता दिया था कि शहजादे वायनाड में हार के डर से अपने लिए दूसरी सीट खोज रहे हैं। अब इन्हें अमेठी से भागकर रायबरेली सीट चुननी पड़ी है। ये लोग घूम-घूम कर सबको कहते हैं – डरो मत! मैं भी इन्हें यही कहूंगा – डरो मत! भागो मत!’
अमेठी 2019 तक राहुल गांधी का गढ़ था। हालांकि, 2019 में स्मृति ईरानी ने उन्हें 55000 से अधिक मतों से हरा दिया था। गांधी परिवार के वफादार किशोरी लाल शर्मा वहां से कांग्रेस के उम्मीदवार हैं। रायबरेली में राहुल गांधी का मुकाबला भाजपा के दिनेश प्रताप सिंह से होगा।