विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) चीफ टेड्रोस अधनोम घेब्रेसियस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया है। उन्होंने कहा कि ‘हेल्थ फॉर ऑल’ सुनिश्चित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पारंपरिक स्वास्थ्य केंद्र को स्थापित करने में बड़ी मदद की है। प्रधानमंत्री मोदी और डब्लूएचओ चीफ दोनों ही इन दिनों जी-20 सम्मेलन में हिस्सा लेने बाली पहुंचे हैं। सम्मेलन के दौरान घेब्रेसियस ने कोरोना महामारी और उससे पैदा हुए आर्थिक संकट को लेकर भी कई बातें कहीं।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को टैग करते हुए ट्वीट किया और लिखा, ग्लोबल ट्रैडिशनल हेल्थ सेंटर के लिए डब्लूएचओ का सहयोग करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद। उन्होंने दोनों की तस्वीर भी पोस्ट की। बता दें कि इसी साल की शुरुआत में भारत सरकार और WHO ने एक समझौता किया था जिसके तहत पारंपरिक चिकित्सा का केंद्र स्थापित किया जाना है। भारत सरकार इस प्रोजेक्ट में 25 करोड़ डॉलर निवेश करेगा।
इसका उद्देश्य दुनियाभर में होने वाली पारंपरिक चिकित्सा का विकास करना है। रिसर्च और तकनीक के जरिए ऐसी पद्धतियों को बल देना इस सेंटर का काम होगा। लगभग 80 फीसदी जनसंख्या पारंपरिक दवाइयों को इस्तेमाल करती है। अब तक WHO के कुल 194 सदस्यों में से 170 ने ट्रैडिशनल मेडिसिन की जानकारी दी है। कई देशों की सरकारों का इस दिशा में सार्थक प्रयास दिखाई दे रहा है। उन्होंने डब्लूएचओ से इस बारे में संपर्क किया है।
इस बीच जी-20 सम्मेलन में टेड्रोस अधनोम घेब्रेसियस ने कोरोना वायरस को लेकर भी कई बातें कहीं। उन्होंने कहा, इस महामारी में दुनियाभर में लगभग 60 लाख लोगों की जान चल गई और ट्रिलियन्स डॉलर का नुकसान हुआ। पर्यटन, कारोबार, शिक्षा और अन्य क्षेत्रों को बहुत नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा, कोविड ने दिखा दिया है कि अगर स्वास्थ्य पर खतरा मंडराता है तो हर चीज बिगड़ने लगती है। उन्होंने कहा, खाद्य और ऊर्जा जीवन के लिए मूलभूत जरूरतें हैं। इनकी कमी या ज्यादा इस्तेमाल स्वास्थ्य और अर्थव्यवस्था दोनों को खतरे में डाल सकता है।