केन्या ब्रिटिश कार्यकर्ता औमा ओबामा जो कि पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की सौतेली बहन भी हैं। वे वित्त विधेयक के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में किशोर प्रदर्शनकारियों का साथ दे रही हैं। इस दौरान वे एक मीडियाकर्मी से बात कर रही थीं, तभी उन पर आंसू गैस के गोले छोड़े गए। उन्होंने कहा कि मैं अब और नहीं देख सकती, हम पर आंसू गैस के गोले छोड़े जा रहे हैं।
मीडिया रिपोर्ट में बताया गया कि प्रस्तावित कर वृद्धि केन्या में व्यापक विरोध प्रदर्शनों का लक्ष्य है, जिससे राष्ट्र के पूर्ण बंद में परिणत होने की उम्मीद है। देश के लोग वित्त विधेयक 2024 के जवाब में 7 दिनों के रोष के शीर्षक के तहत रैलियां आयोजित कर रहे हैं। जिसने देश भर में अतिरिक्त दिनों की अशांति पैदा की है।
बराक ओबामा की बहन औमा ओबामा ने कहा कि मैं यहां इसलिए आई हूं, क्योंकि ये सब हो रहा है। झंडे और बैनर लेकर युवा केन्यावासी अपने अधिकारों के लिए प्रदर्शन कर रहे हैं। केन्या के राष्ट्रपति विलियम रूटो ने घोषणा की है कि उन्हें प्रदर्शनकारियों पर गर्व है और उन्हें उनसे बात करने की उम्मीद है। इस बीच सुरक्षा कर्मियों पर जाने माने केन्यावासियों बड़ी संख्या में फॉलोइंग वाले लोगों का अपहरण करने का आरोप लगाया गया।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसा मंगलवार को निर्धारित विरोध प्रदर्शनों से पहले, एमनेस्टी इंटरनेशनल केन्या ने बताया कि वह आधी रात में अपहरण किए गए 12 लोगों के ठिकानों की जांच कर रहा है। वहीं एमनेस्टी केन्या के कार्यकारी निदेशक इरुंगू ह्यूटन ने बताया कि सूची में ब्लॉगर, सामग्री निर्माता, मानवाधिकार प्रचारक, डॉक्टर और विधायी कर्मचारी शामिल हैं।
वहीं सोमवार को अमेरिकी राष्ट्रपत जो बाइडन द्वारा देश को प्रमुख गैर नाटो सहयोगी के रूप में नामित किए जाने के बाद केन्या की बढ़ती अंतरराष्ट्रीय छवि के साथ ये प्रदर्शन शुरू हुए हैं। यह पहली बार है कि जब उप सहारा अफ्रीकी के किसी देश को यह पदनाम दिया गया है।