दिल्ली महाधर्मप्रांत के धर्मविधि आयोग के सचिव फादर निकोलस डायस ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन को एक ‘बहुत ही विनम्र’ व्यक्ति बताया है। उन्होंने कहा कि उनकी दादी का उनके जीवन में बहुत प्रभाव था। उन्होंने दो दिवसीय G-20 शिखर सम्मेलन के पहले दिन शनिवार को एक होटल में बाइडन के साथ मुलाकात की, जहां पवित्र भोज सभा का आयोजन किया गया था।
उन्होंने G-20 शिखर सम्मेलन और भारत व अमेरिका दोनों की सफलता के लिए प्रार्थना की। फादर डायस ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति ‘बहुत विनम्र’व्यक्ति हैं और उन्होंने प्रार्थना के लिए समय निकालने के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि बाइडन ने उन्हें उन पर ईसाई धर्म के प्रभाव और संत पापा फ्रांसिस के साथ उनकी निकटता के बारे में बताया।
फादर डायस ने कहा, हमने एक छोटी सी बातचीत की, जहां उन्होंने बताया कि कैसे उनकी दादी का उनके जीवन और उनके कैथोलिक पालन-पोषण में बहुत प्रभाव था। पादरी ने उनके साथ गोवा एक व्यंजन बेबिंका भी साझा किया, जिसे वह अपने साथ ले गए थे।
बैठक समाप्त होने से पहले बाइडन ने फादर डायस को राष्ट्रपति की मुहर संख्या 261 सौंपी। फादर डायस ने कहा कि इसे हमेशा याद रखा जाएगा। उन्होंने बाइडन को पुराने गोवा में सेंट फ्रांसिस जेवियर के अवशेषों और तटीय राज्य में अगले साल होने वाली दस साल की प्रदर्शनी के बारे में भी बताया। फादर डायस ने राष्ट्रपति बाइडन से यह भी कहा कि सेंट फ्रांसिस जेवियर उनके पेशे के पीछे की प्रेरणा थे।
पादरी ने कहा, ‘मैंने बाइडन से यह भी कहा कि मैं दो संतों मदर टेरेसा और पोप जॉन पॉल द्वितीय का करीबी हूं। फादर डायस ने याद किया कि जब पोप ने नई दिल्ली में ‘एक्लेसिया डी एशिया’ दस्तावेज जारी किया था तब वह उनके साथ थे।’