विपक्ष ने नोटबंदी के फैसले को लेकर सोमवार को एक बार फिर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज से ठीक पांच साल पहले 8 नवंबर, 2016 को देश को संबोधित करते हुए तब प्रचलन में रहे 500 और 1000 के नोट तत्काल बंद करने की घोषणा की थी।
निडर, निष्पक्ष, निर्भीक चुनिंदा खबरों को पढने के लिए यहाँ >> क्लिक <<करें
अचानक किए गए इस ऐलान से कई लोगों को काफी परेशानी हुई थी और महीनों तक लोगों को अपने नोट बदलवाने के लिए बैंकों के बाहर लाइनों में खड़ा रहना पड़ा था। एटीएम में भी कैश की कमी से लोगों को काफी मुश्किलें उठानी पड़ी थी।
प्रियंका गांधी ने सोमवार को ट्वीट कर एक बार फिर सवाल उठाया और पूछा, ‘अगर नोटबंदी सफल थी तो भ्रष्टाचार खत्म क्यों नहीं हुआ? कालाधन वापस क्यों नहीं आया? अर्थव्यवस्था कैशलेस क्यों नहीं हुई? आतंकवाद पर चोट क्यों नहीं हुई? महंगाई पर अंकुश क्यों नहीं लगा?’
अधिक महत्वपूर्ण जानकारियों / खबरों के लिये यहाँ >>क्लिक<< करें
‘लोकल न्यूज’ प्लेटफॉर्म के माध्यम से ‘नागरिक पत्रकारिता’ का हिस्सा बनने के लिये यहाँ >>क्लिक<< करें
अगर नोटबंदी सफल थी तो
भ्रष्टाचार खत्म क्यों नहीं हुआ?
कालाधन वापस क्यों नहीं आया?
अर्थव्यवस्था कैशलेस क्यों नहीं हुई?
आतंकवाद पर चोट क्यों नहीं हुई?
महंगाई पर अंकुश क्यों नहीं लगा?#DemonetisationDisaster