उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में हाईस्कूल की छात्राओं को स्कूल के प्रिस्पल द्वारा ‘प्रैक्टिकल एग्जाम’ के नाम पर रात में रोक कर उनका शोषण करने का मामला सामने आया है.
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NDTV की खबर के अनुसार स्कूल के प्रिंसिपल और उनके सहयोगी ने ‘प्रैक्टिकल एग्जाम’ के नाम पर छात्रों को रात में रोका, फिर नशीला पदार्थ खिलाकर उनके साथ शोषण किया। यह घटना 18 नवंबर की है.
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इस मामले में ड्यूटी पर लापरवाही के लिए थाना प्रभारी को निलंबित कर दिया है और धारा 328, 358, 506 और POCSO अधिनियम की संबंधित धाराएं के तहत मामला दर्ज किया गया है.’ आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए कई टीमों का गठन किया गया है.
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शिकायतकर्ता के अनुसार प्रिंसिपल योगेश ने 16-17 लड़कियों को प्रैक्टिकल परीक्षा के बहाने आने के लिए कहा. लड़कियों को एक कॉपी लिखने के बाद उन्हें रात में रुकने के कहा गया. उन्हें बताया गया कि अगले दिन और प्रैक्टिकल होंगे. फिर लड़कियों ने खिचड़ी बनाई, जिसके बारे में प्रिंसिपल ने कहा कि वह अधपकी है. फिर उसने खुद बनाई और लड़कियों को खिलाया. खिचड़ी खाने के बाद लड़कियां बेहोश हो गईं. और फिर उनके साथ शारीरिक रूप से छेड़छाड़ की गई.’ कक्षा में 29 छात्र हैं, लेकिन केवल लड़कियों को बुलाया गया.’