असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने अपने एक फर्जी वीडियो को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने सोशल मीडिया पर असली वीडियो जारी कर दो टूक कहा कि ऐसा दुस्साहस करने वालों पर कानून कड़ी कार्रवाई करेगा। सरमा ने इस पोस्ट में असम के डीजीपी और असम पुलिस को भी टैग किया है।
सरमा ने लिखा, आप लोग खुद देख सकते हैं कि कैसे कुछ समूह चुनाव करीब आते ही दुष्प्रचार करना शुरू कर देते हैं। ये सांप्रदायिक वैमनस्य फैलाने के आपराधिक इरादे से भाषण को तोड़ मरोड़कर पेश करते हैं। फर्जी वीडियो में दिखाया गया था कि सरमा मुसलमानों और ईसाइयों को कोरोना की तरह खत्म करने की बात कर रहे हैं। लेकिन असली वीडियो में सरमा कांग्रेस की ओर से सनातन के खिलाफ बयानों को अभिव्यक्ति की आजादी बताने का विरोध कर रहे थे। वीडियो में उन्होंने कहा था कि सनातन का विध्वंस सिर्फ स्टालिन के बेटे का ही नहीं बल्कि कांग्रेस का भी मकसद है। आज सनातन के खिलाफ बयानों को अभिव्यक्ति की आजादी बताने वाली कांग्रेस से पूछना चाहता हूं कि अगर कल मैं मुसलमानों के खिलाफ ऐसा बयान दूं या कहूं कि ईसाइयों को कोरोना की तरह खत्म करना चाहिए तो क्या कांग्रेस तब भी उसे अभिव्यक्ति की आजादी मानेंगी।