पश्चिम बंगाल में ममता सरकार के खिलाफ सचिवालय चलो का नारा देने वाली भाजपा ने कोलकाता में जोरदार प्रदर्शन किया है। कोलकाता में हजारों की संख्या में भाजपा कार्यकर्ताओं का हुजूम उमड़ा है और पुलिस ने उन्हें सचिवालय जाने से रोकने के लिए बैरिकेडिंग कर रखी है। इसी का विरोध करते हुए भाजपा के कार्यकर्ता उग्र हो गए और अंत में मामला पत्थरबाजी तक पहुंच गया। बड़ा बाजार थाने में पुलिस की गाड़ी को भी फूंके जाने की खबर है। इसके जवाब में पुलिस को आंसू गैस के गोले और पानी की बौछार छोड़नी पड़ गई। कोलकाता के अलावा भी बंगाल के कई जिलों में भाजपा के कार्यकर्ता जोरदार प्रदर्शन कर रहे हैं। ममता सरकार में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए भाजपाई सड़कों पर उतरे हैं। यही नहीं हजारों की संख्या में प्रदेश भर से कार्यकर्ता कोलकाता पहुंच रहे हैं।
पानागढ़ रेलवे स्टेशन पर 4 भाजपा कार्यकर्ताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। भाजपा कार्यकर्ताओं का आरोप है कि उन्हें आंदोलन करने से रोका जा रहा है। भाजपा के नाबन्ना मार्च के लिए निकलने वाले कार्यकर्ताओं को पुलिस ने एहतियातन हिरासत में लिया है। खुद शुभेंदु अधिकारी पुलिस की हिरासत में हैं, जिन्हें शाम तक पुलिस छोड़ सकती है। पुलिस ने रेलवे स्टेशनों के बाहर भी बैरिकेडिंग कर रखी है ताकि कोलकाता आने वाले कार्यकर्ताओं को आगे बढ़ने से रोका जा सके। रानीगंज रेलवे स्टेशन के बाहर भाजपा कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच झड़प भी हुई है। हावड़ा में भी माहौल उत्तेजक बना हुआ है और भाजपा के कार्यकर्ताओं ने कुछ जगहों पर पत्थरबाजी भी की है।
भाजपा नेता अभिजीत दत्ता ने कहा कि पार्टी के 20 नेताओं को दुर्गापुर रेलवे स्टेशन के पास पुलिस ने रोका है। उन्होंने कहा कि पुलिस हमें रोक रही है, लेकिन हम अलग-अलग रास्तों का इस्तेमाल करते हुए निकल रहे हैं। भाजपा ने प्रदेश भर से कार्यकर्ताओं को कोलकाता लाने के लिए 7 ट्रेनों की बुकिंग की है। बता दें कि बंगाल पुलिस ने सोमवार की रात से सुरक्षा व्यवस्था सख्त कर रखी है। हर चेक पोस्ट की सख्ती से जांच की जा री है ताकि पड़ोसी राज्य झारखंड से भाजपा के लोग न आ सकें। टीएमसी का कहना है कि भाजपा ने पैसे देकर लोगों को कोलकाता बुलाया है और व्यवस्था बिगाड़ने की कोशिश हो रही है।
बंगाल भाजपा बोली- हम लाठियों के आगे भी टिके हैं
इस बीच बंगाल भाजपा ने ट्वीट कर कहा, ‘पुलिस की क्रूरता को नजरअंदाज करते हुए और पानी की बौछारों के बीच भाजपा के कार्यकर्ता कोलकाता की सड़कों पर भ्रष्टाचार के खिवाफ डटे हुए हैं।’ फिलहाल पुलिस और प्रदर्शनकारियों में से कोई भी पीछे हटने को तैयार नहीं है। पुलिस का दावा है कि उसके कुछ लोगों को पत्थरबाजी से चोट भी लगी है।