कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कानपुर के बिकरू कांड में एनकाउंट में मारे गए अमर दुबे की पत्नी खुशी दुबे को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने को न्याय की जीत बताया है। प्रियंका गांधी ने कहा कि बीजेपी सरकार ने अपनी नाकामी पर पर्दा डालने के लिए उसे जेल में डाला और महीनों तक प्रताड़ित किया। कोर्ट के इस फैसले से न्याय की जीत हुई है।
प्रियंका गांधी ने बुधावर को ट्वीट कर कहा, “कानपुर की खुशी दुबे को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिल गई। भाजपा सरकार द्वारा अपनी नाकामी पर पर्दा डालने के लिए उसे जेल में डालना और महीनों तक प्रताड़ित करना अन्याय की पराकाष्ठा है। माननीय कोर्ट के इस फैसले से न्याय की जीत हुई है।”
खुशी दुबे कानपुर देहात जेल में पिछले 2 साल से बंद है। फिलहाल सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को खुशी दुबे को सशर्त जमानत दे दी है। इससे पहले इलाहाबाद हाई कोर्ट ने उन्हें जमानत देने से इनकार कर दिया था। बुधवार को सर्वोच्च अदालत ने जमानत देते हुए कहा कि घटना के वक्त खुशी की उम्र सिर्फ 17 साल की थी। मामले में ट्रायल शुरू हो चुका है। ऐसे में उन्हें हवालात में रखने का कोई औचित्य नहीं है।
गौरतलब है कि दो साल पहले हुए कानपुर के बिकरू कांड में 8 पुलिसकर्मी मारे गए थे। मामले के मुख्य आरोपी विकास दुबे को पुलिस ने बाद में एनकाउंटर में मार गिराया था। साल 2022 के यूपी विधानसभा में भी खुशी दुबे की गिरफ्तारी का मामला खूब उछला था। इसे ब्राह्मण समाज पर ‘अत्याचार’ बताते हुए समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी से लेकर कांग्रेस तक ने योगी सरकार पर निशाना साधा था।
कांग्रेस ने यूपी विधानसभा चुनाव में खुशी की बहन नेहा तिवारी को कल्याणपुर सीट से टिकट भी दिया था लेकिन वह चुनाव नहीं जीत सकीं। उस दौरान कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने खुशी दुबे की मां से मुलाकात भी की थी। अब आज खुशी दुबे को सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को सशर्त जमानत दे दी है। कांग्रेस महासचिव ने इसका स्वागत किया है और न्याय की जीत बताया है।