लंदन में भारतीय उच्चायोग पर लगे भारतीय तिरंगे को उतारकर वहां खालिस्तानी झंडा लहराने की घटना का विरोध बढ़ता जा रहा है। भाजपा के सिख नेताओं ने कहा है कि पूरी दुनिया में सिखों को सम्मान की दृष्टि से देखा जाता है, लेकिन आपत्तिजनक हरकतों के सहारे सिख कौम को बदनाम करने की साजिश रची जा रही है। इन नेताओं का दावा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तानी सीमा में स्थित सिखों के धार्मिक स्थल को भारतीय सिखों के लिए खुलवाकर सिख धर्म की अभूतपूर्व सेवा की है, लेकिन इसके बाद भी उन्हें बदनाम करने की साजिश रची जा रही है।
भाजपा नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने सोमवार को कहा कि इंग्लैंड में भारतीय उच्चायोग पर लगे भारतीय तिरंगे को उतारने की घटना शर्मनाक है। उन्होंने कहा कि इस मामले में जो भी लोग शामिल हैं, उन्हें चिन्हित कर उनके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए। भारत के खिलाफ कुछ देशद्रोही एजेंसियां हैं जो कुछ लोगों के साथ मिलकर इस तरह की शर्मनाक घटनाओं को अंजाम देकर भारत को बदनाम करने की कोशिश कर रही हैं। उन्होंने सिख समुदाय के लोगों से आवाहन किया कि ऐसे देश विरोधी तत्वों को पहचान कर उन्हें सबक सिखाने की जरूरत है।
सिरसा ने कहा कि जब अफगानिस्तान में सिखों के ऊपर आफत आई थी, तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ही पहल करके वहां से सिखों को सुरक्षित निकाला। पाकिस्तान स्थित गुरुद्वारे को पंजाब के सिखों के लिए खुलवाया। सिखों की इससे बड़ी सेवा नहीं हो सकती। लेकिन इसके बाद भी कुछ शक्तियां हैं जो भारत को आगे बढ़ते नहीं देखना चाहती और उन्हीं लोगों की साजिश पर भारत और सिखों को बदनाम करने की साजिश रची जा रही है।