महाराष्ट्र के पालघर जिले की एक महिला जो ओमान में फंसी हुई थी। दरअसल, महिला के पासपोर्ट और वीजा को एक एजेंट ने कथित तौर पर जब्त कर लिया था। महिला को वापस अपने देश लाया गया और उसके परिजनों से उसे मिला दिया गया है। एक पुलिस अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) प्रकाश गायकवाड़ ने कहा, महिला पिछले साल 25 अगस्त को ओमान में घरेलू सहायिका के रूप में काम करने गई थी, लेकिन वह वापस लौटना चाहती थी क्योंकि उसे नौकरी पसंद नहीं थी। डीसीपी ने कहा, महिला का पासपोर्ट और वीजा एक एजेंट के पास था। महिला की मां ने 4 जनवरी को वसई पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। जिसके बाद जांच शुरू की गई। गायकवाड़ ने कहा, हमें बताया गया कि महिला (30 वर्षीय) पिछले तीन दिनों से वहां हवाई अड्डे पर फंसी हुई थी।
डीसीपी ने कहा, मीरा भायंदर वसई विरार पुलिस की विशेष शाखा ने पीड़िता और मस्कत में भारतीय दूतावास से संपर्क किया। दूतावास ने समस्या को दूर किया और सुनिश्चित किया कि वह भारत लौट आए।
दुष्कर्म के आरोप में पुलिसकर्मी गिरफ्तार
नवी मुंबई में एक किशोरी के साथ दुष्कर्म करने और उसे धमकाने के आरोप में बर्खास्त पुलिसकर्मी को गिरफ्तार कर लिया गया है। एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) महेश दुरे ने पत्रकारों को बताया कि पिछले साल 14 दिसंबर को पीड़िता ने नेरुल पुलिस को बताया था कि उसके साथ एख अज्ञात व्यक्ति ने दुष्कर्म किया है। किशोरी ने दावा किया था कि वह एक पुलिसकर्मी है। इसके बाद मामले की जांच शुरू की गई।
उन्होंने कहा, दुष्कर्म और आपराधिक धमकी के लिए भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) और यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण अधिनियम (पॉक्सो) के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया था। इसके बाद स्थानीय पुलिस स्टेशन और अपराध शाखा इकाई-II की टीमों ने 40 से 50 सीसीटीवी कैमरों को खंगाला।
उन्होंने आगे कहा, मुंबई, नवी मुंबई, ठाणे और रायगढ़ में सक्रिय दस से पंद्रह हिस्ट्रीशीटरों के विवरण की जांच करने के बाद हमने अंधेरी के आरोपी पुलिसकर्मी पर ध्यान केंद्रित किया। हमने पाया कि आरोपी दिसंबर 2018 में नवी मुंबई पुलिस में भर्ती हुआ था और 2017 में उसे सेवा से बर्खास्त कर दिया गया था। उसके खिलाफ फिरौती के लिए अपहरण और जबरन वसूली का मामला दर्ज है।