कांग्रेस नेता राहुल गांधी का विदेशी दौरा हमेशा भारत की राजनीति में उफान लेकर आता है। वह आजकल अमेरिका की यात्रा पर है। यहां उन्होंने बुधवार को भारतीयों से बातचीत की। इस दौरान कभी पीएम मोदी को निशाना बनाया तो कभी सरकार पर हमला किया। इस बीच, कैलिफोर्निया में भाषण के दौरान खालिस्तानियों द्वारा राहुल गांधी को परेशान किए जाने के कई वीडियो वायरल हो रहे हैं। राहुल के भाषण के दौरान एक मौके पर कुछ लोगों को खालिस्तान समर्थन का नारे लगाते देखा गया। हालांकि, राहुल ने इसका जबाव ‘भारत जोड़ो के नारे’ और ‘मोहब्बत की दुकान’ से देने की कोशिश की फिर भी भारत विरोधी नारों पर उनका मुस्कुराना बड़े राजनीतिक विवाद को जन्म दे सकता है।
बता दें, राहुल गांधी छह दिवसीय अमेरिकी दौरे पर हैं और बुधवार को भारतीयों के साथ उनकी पहली बातचीत थी जो पहले ही विवादों का केंद्र बन चुका है। नए संसद भवन पर अपनी टिप्पणी के लिए, कांग्रेस नेता पर एक बार फिर विदेशी धरती पर भारत का अपमान करने का आरोप लगाया गया है, जबकि खालिस्तान समर्थक नारों पर उनकी प्रतिक्रिया भी जांच के दायरे में आ गई है।
दरअसल, जब राहुल गांधी भाषण दे रहे थे, तो इस बीच खालिस्तानी समर्थन के नारे लगना शुरू हो गया। इस पर कांग्रेस नेता मुस्कराते दिखे। इस पूरे वाक्या की वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। अब राहुल गांधी के मुस्कुराने पर सवाल उठने लगे हैं। फिल्म निर्माता विवेक अग्निहोत्री ने राहुल को अलगाववादी और शहरी नक्सल समूहों का नेता तक बता दिया। विवेक ने कहा कि राहुल गांधी अब सभी अलगाववादी और नक्सल समूहों के नेता के रूप में जाने जाते हैं। उनके भाषण की वीडियो में देखा जा सकता है कि लोग खालिस्तान के नारे लगा रहे हैं और वह मुस्करा रहे। विवेक ने आगे कहा कि क्या आप अनुमान लगा सकते हैं कि इसका क्या मतलब है? आने वाला समय खतरनाक हो सकता है।
भाजपा का आरोप
वहीं, इसी वीडियो को शेयर करते हुए भाजपा के अमित मालवीय ने लिखा कि राहुल गांधी ने अमेरिका में 1984 के सिख नरसंहार पर बात की। जो उनकी सरकार के द्वारा ही किया गया था। उन्होंने आगे लिखा कि ऐसी नफरत की आग लगी थी, जो अब तक नहीं बुझी है।
इस पर कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने मालवीय पर पलटवार किया है। उन्होंने पूछा कि राहुल गांधी का विरोध करने के लिए अमित मालवीय खालिस्तान समर्थक तत्वों का समर्थन क्यों कर रहे हैं? तुम्हारे अंदर भारत को तोड़ने की चाह क्यों है? अगर आपने आगे सुना होता तो आपको पता चलता कि उन खालिस्तानी नारों का जवाब देने के लिए लोगों ने भारत जोड़ो का नारा कैसे लगाया। एक बार आप भी तिरंगा हाथ में लेकर जोर से बोलकर देखो ‘जोड़ो-जोड़ो, भारत जोड़ो’। यकीन मानिए आपके जैसे देशद्रोही को भी अच्छा लगेगा।