मुजफ्फरनगर में आज आयोजित ऐतिहासिक किसान महापंचायत में भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने केंद्र सरकार के खिलाफ आंदोलन से आह्वान करते हुए कहा कि अड़ियल सरकार को झुकाने के लिए वोट की चोट करना जरूरी है।
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राकेश टिकैत ने कहा, “देश बचेगा, तभी संविधान बचेगा। सरकार ने रेल, तेल और हवाई अड्डे बेच दिए हैं। किसने सरकार को ये हक दिया। ये बिजली बेचेंगे और प्राइवेट करेंगे। सड़क बेचेंगे और सड़क पर चलने पर हमलोगों से टैक्स भी वसूलेंगे।”
टिकैत ने कहा, “सेल फॉर इंडिया का बोर्ड देश में लग चुका है। एलआईसी, बैंक सबके खरीदार अडाणी, अंबानी हैं। किसान नेता ने कहा, “ये पानी बेच रहे हैं, नदियां निजी कंपनियों को बेची जा रही हैं। देश का संविधान भी खतरे में है, उसको भी बचाना है। खेती-किसानी जब बिकने की कगार पर आया तो किसान जागा। आपका बैंक कर्ज चुका दो तो और दोगुना कर्जा दे देगा। 9 महीने से हम आंदोलन कर रहे हैं और पूरा संयुक्त किसान मोर्चा डटा रहेगा। जब देश के किसान, नौजवान की जीत होगी, तभी हम अपने घर और गांव जाएंगे।
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राकेश टिकैत ने कहा, “जब तक किसानों का मुद्दा हल नहीं हो जाता, तब तक मैं मुजफ्फनरगर की धरती पर पैर नहीं रखूंगा। मैं सीधे यहीं आया और वापस गाजीपुर बार्डर चला जाऊंगा।” उन्होंने कहा कि 12000 करोड़ से ज़्यादा हमारा गन्ने का भुगतान बाकी है। हम जिस जमीन से आए हैं, ये गन्ने का बेल्ट है । जब किसानों के लिए काम करने वाली सरकार आएगी तो 450 रुपये प्रति क्विटल गन्ने का भाव देगी।
टिकैत ने कहा कि हम ग़ाज़ीपुर बॉर्डर पर मोर्चा नहीं छोड़ेंगे, चाहे मर क्यों न जाएं। टिकैत ने महापंचायत में अल्लाह हू अकबर और हर हर महादेव के नारे भी लगवाए। उन्होंने कहा कि बाबा (महेंद्र सिंह टिकैत) की रैलियों में ये नारे लगते थे। हमें हिंदू मुसलमान के बीच बंटना नहीं है।
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महापंचायत में नरेश टिकैत ने बीजेपी पर 2013 में धोखा देने का आरोप लगाया और कहा कि पश्चिमी यूपी में हिंदू मुसलमान दंगे बीजेपी ने कराए थे पर हम अब एक हैं। पूरे देश में प्रचार करेंगे। ये मुज़फ़्फ़रनगर मोहब्बत का शहर है। सब हिंदू मुसलमान एक हैं और हम अब नहीं बंटेंगे।