वरिष्ठ जेडी(एस) विधायक एचडी रेवन्ना ने मंगलवार को कर्नाटक विधानसभा में अपने बेटे प्रज्ज्वल रेवन्ना को लेकर बड़ी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि उनके बेटे और पूर्व सांसद ने अगर कोई गलत काम किया है, तो उन्हें फांसी पर लटका देना चाहिए। दरअसल, प्रज्ज्वल पर कई महिलाओं का यौन शोषण का आरोप है। भावुक पूर्व मंत्री ने पुलिस महानिदेशक आलोक मोहन पर भी निशाना साधा और उन्हें शीर्ष पुलिस अधिकारी बनने के लिए अयोग्य करार दिया।
रेवन्ना ने कहा कि अगर मेरे बेटे ने गलत काम किया है, तो उसे फांसी पर लटका देना चाहिए। मैं मना नहीं करूंगा। मैं यहां किसी बात का बचाव करने या चर्चा करने नहीं आया हूं। मैं 25 साल से विधायक हूं। मैंने राजनीतिक जीवन में 40 साल बिताए हैं। मेरे खिलाफ किसी महिला को महानिदेशक के कार्यालय में लाया जाता है और महानिदेशक शिकायत दर्ज करवा देते हैं। वह महानिदेशक होने के लायक ही नहीं हैं। वह महानिदेशक होने के लिए अयोग्य हैं। यह किसी काम की सरकार नहीं है।
सत्तारूढ़ कांग्रेस की ओर से सदस्यों ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई। मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने यह सुझाव भी दिया कि उपसभापति रामप्पा लमानी इन टिप्पणियों को हटा दें। इस बीच उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने कहा कि रेवन्ना अधिकारियों के खिलाफ आरोप लगा रहे हैं। उन्हें नोटिस देने दें और फिर अगर उनके साथ अन्याय हुआ है तो उन्हें चर्चा का मौका दिया जाए।
दरअसल, विपक्ष के नेता आर अशोक ने हासन यौन शोषण मामले की जांच कर रहे विशेष जांच दल (एसआईटी) के तरीके और राज्य की ओर से संचालित कर्नाटक महर्षि वाल्मीकि अनुसूचित जनजाति विकास निगम लिमिटेड में कथित वित्तीय अनियमितताओं के बीच तुलना की। इसके बाद रेवन्ना ने यह बातें कहीं।
बता दें कि रेवन्ना के 33 वर्षीय बेटे के खिलाफ चार अलग-अलग मामले दर्ज किए गए हैं। इनमें से सभी की जांच एसआईटी कर रही है। हाल ही में हुए लोकसभा चुनावों में प्रज्ज्वल को हार का सामना करना पड़ा था। यौन शोषण के मामले तब सामने आए थे, जब 26 अप्रैल को मतदान के दिन से पहले कथित तौर पर प्रज्ज्वल रेवन्ना से जुड़े वीडियो वाले पेन ड्राइव प्रसारित किए गए। इसके बाद जद(एस) ने उन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया। एचडी रेवन्ना और मां भवानी जमानत पर बाहर हैं। उन पर अपने बेटे प्रज्वल के यौन उत्पीड़न की कथित पीड़िता का अपहरण करने और उसे बंधक बनाने का आरोप है।