चंद्रयान की सॉफ्ट लैंडिंग के बाद विक्रम लैंडर से प्रज्ञान रोवर के बाहर आने का इंतजार किया जा रहा है। यह भी कहा जा रहा है कि इसमें एक दिन का समय भी लग सकता है। इसके बाद विक्रम और प्रज्ञान एक-दूसरे की फोटो खींचकर और पृथ्वी पर भेजेंगे।
चंद्रयान-3 का लैंडर मॉड्यूल (एलएम) बुधवार शाम चंद्रमा की सतह पर उतर गया। भारत चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला दुनिया का पहला देश बन गया है। लैंडर (विक्रम) और रोवर (प्रज्ञान) से युक्त लैंडर मॉड्यूल ने शाम छह बजकर चार मिनट पर चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुवीय क्षेत्र पर सॉफ्ट लैंडिंग की।
यूके स्पेस एजेंसी में चैंपियनिंग स्पेस डायरेक्टर प्रोफेसर अनु ओझा ओबीई ने कहा, “इंजीनियरिंग और दृढ़ता की इस अद्भुत उपलब्धि पर भारत को बधाई। चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुवीय क्षेत्र में चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग इस बात का सबूत है कि हम एक नए अंतरिक्ष युग में रह रहे हैं, जहां दुनिया भर की अंतरिक्ष एजेंसियां और कंपनियां चंद्रमा और उससे आगे की ओर अपनी नजरें गड़ाए हुए हैं।”