कांग्रेस का इस समय रायपुर में 85वां महाधिवेशन चल रहा है। इस बीच, सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे पार्टी के एक विज्ञापन की खूब चर्चा हो रही है। इस विज्ञापन में देश की आजादी के समय कांग्रेस के अध्यक्ष रहे मौलाना अबुल कलाम आजाद की तस्वीर गायब मिली। हालांकि, इस विज्ञापन में महात्मा गांधी, जवाहर लाल नेहरू, भीमराव अंबेडकर, सुभाष चंद्र बोस, वल्लभभाई पटेल, सरोजनी नायडू, लाल बहादुर शास्त्री, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी और पीवी नरसिम्हा राव की तस्वीर है।
वहीं, कांग्रेस ने इस विज्ञापन को गंभीरता से लिया है। पार्टी के महासचिव जयराम रमेश ने अपने ट्वीट में लिखा, आज कांग्रेस द्वारा जारी एक विज्ञापन में मौलाना आजाद की तस्वीर नहीं थी। यह एक क्षमा न करने योग्य भूल है। इसकी जिम्मेदारी तय की जा रही है और कार्रवाई की जाएगी। हम दिल से माफी मांगते हैं। वह हमारे और पूरे भारत के लिए एक प्रतिष्ठित और प्रेरक व्यक्ति बने रहेंगे।
दरअसल, एक यूजर वसीम अकरम त्यागी ने अपने ट्वीट में यह विज्ञापन पोस्ट किया था। इसके साथ ही उन्होंने लिखा, 137 साल की कांग्रेस यात्रा बिना मौलाना आजाद के आपने पूरी कर ली राहुल? कांग्रेस के पहले अध्यक्ष थे मौलाना आजाद। कांग्रेस को अपने खून से सींचा था और राहुल गांधी आपको लगता है कि बिना मौलाना का जिक्र किए आप 2024 में सत्ता आ जाएंगे?
दूसरे ट्वीट में उन्होंने लिखा था, डॉ. मुख्तार अहमद अंसारी, मौलाना हसरत मोहानी, हकीम अजमल खान, बदरूद्दीन तैय्यब जी, रहमतुल्लाह एम सयानी, नवाब सैय्यद मोहम्मद बहादुर, मौलाना मोहम्मद अली जौहर, सैय्यद इमाम हसन, आजादी से पहले भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष रहे। जिसमें मौलाना अबुल कलाम आजाद दो बार 1923 और 1940 में अध्यक्ष रहे।
उन्होंने आगे कहा, ऐसे अनगिनत नाम हैं जिन्होने कांग्रेस को बनाया, अपने खून से सींचा, यातनाएं सहीं, जेल गए लेकिन आज कांग्रेस सबको भुला बैठी है। अपने 137 पूरे होने के संबंध में कांग्रेस ने जो विज्ञापन जारी किया, उसमे एक भी मुस्लिम नहीं है। जबकि 137 वर्ष के सफर में कांग्रेस के आठ अध्यक्ष मुस्लिम रहे हैं।