संसद के मॉनसून सत्र के छठे दिन विपक्ष ने मणिपुर मुद्दे पर सवाल उठाना शुरू कर दिया, जिसके बाद लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई. राज्यसभा में मोदी-मोदी के नारे के सामने लगे इंडिया-इंडिया के नारे.
राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने पीएम मोदी के राजस्थान दौरे को लेकर उन पर निशाना साधा. खड़गे ने कहा कि सदन चल रहा है. हम मांग कर रहे हैं कि पीएम मोदी सदन में आकर बयान दें. लेकिन वह राजस्थान में राजनीतिक भाषण दे रहे हैं और प्रचार कर रहे हैं. जब वह वहां जा सकते हैं तो क्या आधे घंटे के लिए सदन में आकर बयान नहीं दे सकते?
खड़गे ने कहा कि इसका मतलब है कि उन्हें लोकतंत्र में कोई रुचि नहीं है, कोई आस्था नहीं है. वह लोकतंत्र और संविधान की रक्षा नहीं करना चाहते. वह संसद का अपमान कर रहे हैं.
इससे पहले, भारतीय राष्ट्रीय विकासात्मक समावेशी गठबंधन (आई.एन.डी.आई.ए.) के सभी सांसद मणिपुर की स्थिति पर अपना विरोध दर्ज कराने के लिए काले कपड़े पहनकर सदन में पहुंचे। समाजवादी पार्टी प्रमुख और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि बीजेपी और पीएम एक हैं. मणिपुर में जो कुछ भी हो रहा है वह राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) द्वारा फैलाई गई नफरत और बीजेपी की वोट बैंक की राजनीति का नतीजा है.
अखिलेश यादव ने कहा कि ऐसा नहीं हो सकता कि एजेंसियों को पता न हो. वहां जो कुछ भी हो रहा है, उन्हें (केंद्र सरकार को) इसके बारे में पता होना चाहिए.’ अगर सरकार ने ये सब होते देखा है तो उन्हें सत्ता में नहीं रहना चाहिए.