संसद के मॉनसून सत्र के दौरान सांसदों के निलंबन का दौर जारी है. अब राज्यसभा सांसद संजय सिंह को भी निलंबित कर दिया गया. इस तरह राज्यसभा से 20 और लोकसभा से चार यानि अब तक कुल 24 सांसदों को निलंबित किया जा चुका है. संजय सिंह को हफ्तेभर के लिए राज्यसभा से निलंबित किया गया है.
निलंबित किए गए सांसदों में सुष्मिता देब, डॉ. शांतनु सेन, डोला सेन, मौसम नूर, शांता छेत्री, नदीमुल हक, अभीरंजन विश्वास (सभी तृणमूल कांग्रेस), हमीद अब्दुल्ला, आर गिरिरंजन, एनआर एलांगो, एम षनमुगम, एस कल्याणसुंदरम और कनिमोझी (सभी डीएमके), बीएल यादव, दामोदर राव दिवाकोंडा व रविहंद्रा वेद्दिराजू (सभी टीआरएस), एए रहीम व वी. शिवदासन (दोनों माकपा) और संतोष कुमार (भाकपा) शामिल हैं.
केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता पीयूष गोयल ने कहा, “सांसदों को निलंबित करने का फैसला भारी मन से लिया गया, वे लगातार चेयरमैन की अपील की अनदेखी कर रहे थे. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के कोविड संक्रमण से उबरने और संसद लौटने के बाद के बाद सरकार महंगाई के मुद्दे पर बहस के लिए तैयार हैं.” उन्होंने कहा कि सदन ने निर्णय लिया कि जो सदस्य कार्यवाही में हिस्सा नहीं ले रहे हैं, उनको सस्पेंड किया जाए. हम बताना चाहते हैं कि भारत में अन्य देशों के मुकाबले महंगाई कम है. विपक्ष चर्चा से भाग रहा है.
इस बीच सांसदों के निलंबन पर प्रतिक्रिया देते हुए तृणमूल कांग्रेस की ओर से कहा गया है कि आप हमें सस्पेंड कर सकते हैं लेकिन हमें चुप नहीं करा सकते. हमारे सांसद लोगों के मुद्दे उठाने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन उन्हें सस्पेंड किया जा रहा है. यह कब तक चलेगा? संसद की पवित्रता से समझौता किया गया है.
“गौरतलब है कि लोकसभा में हंगामे पर स्पीकर ओम बिरला द्वारा कांग्रेस के चार सदस्यों को पूरे सत्र के लिए निलंबित किए जाने के एक दिन बाद यह कार्रवाई सामने आई है. लोकसभा में हंगामे के लिए कांग्रेस सांसद ज्योतिमणी, माणिकम टैगोर, टीएन प्रथापन और राम्या हरिदास को सोमवार को सस्पेंड किया गया था.