आंध्र प्रदेश के नए मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने शनिवार को 16वीं विधानसभा में सरकार के अगले पांच साल के केंद्रित विकास कार्यों की जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि राज्य के लोगों ने एनडीए गठबंधन को कानून-व्यवस्था को व्यवस्थित करने की जिम्मेदारी दी है। मुख्यमंत्री नायडू ने बताया कि अगले पांच सालों में राजधानी का निर्माण, पोलावरम परियोजना को पूरा करना, नदियों को आपस में जोड़ना, निवेश को आकर्षित करना कुछ ऐसे मुद्दे हैं जिन पर सरकार को अगले पांच सालों में अधिक ध्यान देने की जरुरत है।
वहीं पिछली वाईएसआरसीपी सरकार पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि पुरानी सरकार ने कथित तौर पर सदन को असभ्य विधानसभा में बदल दिया है। उन्होंने दावा किया, “पिछले पांच सालों में, पवित्र विधानसभा को गंदी राजनीति, व्यक्तिगत हमलों, चरित्र हनन के मंच में बदल दिया गया था। यहां गालियां दी गईं, मजाक उड़ाया गया। उन्होंने वाईएसआरसीपी विधायकों की तरफ से उनके परिवार के खिलाफ कथित आपत्तिजनक टिप्पणियों को याद किया और कहा कि कैसे उन्होंने सिर्फ मुख्यमंत्री के रूप में ही इस सदन में लौटने की कसम खाई थी।
अपना सम्मान बचाने के लिए जनता को दिया धन्यवाद
मुख्यमंत्री नायडू ने इस दौरान राज्य के लोगों को उनका सम्मान बचाने के लिए धन्यवाद दिया और सदन को अच्छे तरीके से चलाने का वादा किया। वहीं राज्य की 16वीं विधानसभा को मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू के बाद, कई अन्य सदस्यों ने सदन को संबोधित किया। इसके बाद स्पीकर सी. अय्यन्नापात्रुडू ने टीडीपी नेता, जनसेना प्रमुख पवन कल्याण, भाजपा नेताओं और सभी विधायकों को धन्यवाद दिया, जिन्होंने उन्हें सर्वसम्मति से चुना।
सदन में अहम मुद्दे उठाने की मिलेगी अनुमति- स्पीकर
इस दौरान स्पीकर सी. अय्यन्नापात्रुडू ने सभी सदस्यों को आश्वासन दिया कि सदन में तमाम अहम मुद्दों को उठाने की अनुमति मिलेगी। स्पीकर ने बाद में दो दिवसीय सत्र को अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया। बता दें कि इससे पहले टीडीपी विधायक अय्यन्नापात्रुडू को सर्वसम्मति से विधानसभा का अध्यक्ष चुना गया। हालांकि उनका चुनाव महज औपचारिकता थी, क्योंकि किसी अन्य विधायक ने अध्यक्ष पद केलिए नामांकन दाखिल नहीं किया था।