जुमा को गौसिया जामा मस्जिद बालागंज लखनऊ में लोगों को सम्बोधित करते हुए सदाए सुफिया हिन्द के अध्यक्ष व दरगाह ख्वाजा गरीब नवाज़ अजमेर के उपाध्यक्ष सैयद बाबर अषरफ किछौछवी ने लोगों से कहा कि अमेरिका की हिलेरी क्लिंटन ने अपने ब्यान में यह खुलासा किया कि हमने अल-कायदा को कायम किया इस ब्यान से यह स्पष्ट है कि किसी भी देश में दशहत फैलाने, खैाफ का माहौल पैदा करने, देश में दूसरे धर्म के लोगों को डराना और मुसलमानों को बदनाम करने के लिए अलकायदा और आइएसआइएस जैसी अमानवीय संस्था के ज़रिये अमन पसन्द नागरिको के बीच में दहशत पैदा करने का काम किया जाता रहा है जबकि पैगम्बर ए इस्लाम कि शिक्षा शांति, मोहब्बत, भाईचारा, मानव सेवा पर आधारित है।
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उन्होंने कहा कि पैगम्बर ए इस्लाम को मानने वाले कभी भी किसी दहशत और वहशत फैलाने वाली किसी संस्था का न कल हिस्सा थे न आज है और न ही भविष्य में होंगें। सैयद बाबर अशरफ ने अपने ब्यान में आगे कहा कि पैगम्बर ए इस्लाम की शान में गुस्ताखी किये जाने से मुसलमानों और अमन पसन्द लोगों को बेपनाह कष्ट हुआ है और जिसे शब्दों में व्यक्त नही किया जा सकता।
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आल इण्डिया मोहम्मदी मिशन के अध्यक्ष सैयद अयूब अशरफ ने कहा कि देश में शांति व सद्भावना सर्वपरि है जिसकों कायम रखना हम सब कि प्राथमिकता है परन्तु गुस्ताखे रसूल के खिलाफ कानूनी कार्यवाई न किये जाने के वजह से न सिर्फ भारत वर्न सम्पूर्ण विष्व में शांन्ति प्रिय लोग व पैगम्बर मोहम्मद सल्ललाहे अलेही वसल्लम के अनुयायियों में अवमानना को लेकर रोष है जिसकी प्रतिक्रिया सम्पूर्ण राष्ट्र में देखी जा रही है एवं ऐसी स्थिति की जिम्मेदारी पूर्णतः सम्बन्धित संविधानिक संस्था की है जो अपने उत्तरदायित्व को निभाने में अभी तक पूर्णतः असफल है।
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मिशन के अध्यक्ष ने आगे कहा कि 12 जून दिन रविवार को एक दिवसीय सांकेतिक उपवास रखकर अमन के साथ लोकतात्रिक ढ़ंग से अपना विरोध दर्ज करेगें साथ ही साथ उन्होंने देश की सलामती व आपसी भाईचारे बने रहने की लोगों से अपील की है।