करीब एक साल से मोदी सरकार के तीन नए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे 600 किसानों की मौतों के बाद आखिरकार पीएम मोदी को झुकना पड़ा और इन विवादित कानूनों को वापस लेने का ऐलान करना पड़ा. अब तीनों कृषि कानूनों को वापस लिए जाने के केंद्र सरकार के फैसले पर मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी प्रतिक्रिया दी है.
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सोनिया गांधी ने इसे अन्नादाताओं की जीत और सरकार के अहंकार की हार करार दिया है. सोनिया गांधी ने फैसले पर खुशी जताते हुए कहा, लगभग 12 महीने के गांधीवादी आंदोलन के बाद आज देश के 62 करोड़ अन्नदाताओं-किसानों-खेतिहर मजदूरों के संघर्ष और इच्छाशक्ति की जीत हुई.
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उन्होंने कहा, आज उन 700 से अधिक किसान परिवारों की कुर्बानी रंग लाई, जिनके परिवारजनों ने न्याय के इस संघर्ष में अपनी जान न्योछावर कर दी. आज सत्य, न्याय और अहिंसा की जीत हुई.
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इतना ही नहीं सोनिया गांधी ने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा, ‘आज सत्ता में बैठे लोगों द्वारा किसानों के खिलाफ बुना गया षड़यंत्र भी हारा और तानाशाह शासकों का अहंकार भी. आज रोजी-रोटी और किसानी पर हमला करने की साजिश भी हारी. आज खेती-विरोधी तीनों काले कानून हारे और अन्नदाता की जीत हुई.’