भारत ने आज अपने सभी नागरिकों से यूक्रेन की राजधानी कीव को तत्काल छोड़ने निर्देश जारी किया है. भारतीय दूतावास ने अपनी नई एडवाइजरी में कहा कि सभी भारतीय आज ही यूक्रेन की राजधानी कीव को हर हाल में छोड़ दें. वे कीव से निकलने के लिए ट्रेन, बस या किसी भी चीज का सहारा लें.
निडर, निष्पक्ष, निर्भीक चुनिंदा खबरों को पढने के लिए यहाँ >> क्लिक <<करें
भारतीय दूतावास ने कल ही छात्रों को कीव में रेलवे स्टेशन जाने के लिए कहा था. रेलवे स्टेशन सलाहकार ने कहा कि लोगों को पश्चिमी क्षेत्र में ले जाने के लिए यूक्रेन द्वारा विशेष निकासी ट्रेनों की व्यवस्था की गई है. “हम ईमानदारी से सभी भारतीय नागरिकोंसे शांत, शांतिपूर्ण और एकजुट रहने का अनुरोध करते हैं. रेलवे स्टेशनों पर एक बड़ी भीड़ की उम्मीद की जा सकती है, इसलिए, यह सलाह दी जाती है कि सभी भारतीय छात्र धैर्यवान रहें और विशेष रूप से आक्रामक व्यवहार का प्रदर्शन न करें. “
अधिक महत्वपूर्ण जानकारियों / खबरों के लिये यहाँ >>क्लिक<< करें
इसके साथ ही सभी छात्रों को अपना पासपोर्ट, पर्याप्त नकदी, अच्छे और उचित कपड़े ले जाने के लिए कहा गया था. एडवाइजरी में छात्रों से ट्रेन के देरी या रद्द होने और लंबी कतारों की उम्मीद करने को कहा गया है. भारत वापस लाए जाने से पहले भारतीय छात्रों को हंगरी, पोलैंड, रोमानिया, स्लोवाक गणराज्य – यूक्रेन के साथ सीमा साझा करने वाले सभी देशों में ले जाया जा रहा है.
‘लोकल न्यूज’ प्लेटफॉर्म के माध्यम से ‘नागरिक पत्रकारिता’ का हिस्सा बनने के लिये यहाँ >>क्लिक<< करें
आपको बता दें कि रूस और यूक्रेन के बीच छिड़ी जंग के बीच कीव में फंसे छात्रों की दशा बड़ी दयनीय है,यह छात्र भारत सरकार की ओर से किसी भी मदद पहुँचने से इंकार कर रहे हैं, यह छात्र भारतीय मीडिया की ख़बरों झूठा बता रहे हैं और बड़े डरे और सहमें हैं. इनके पास खाना कर पैसे भी ख़त्म हो गए हैं ऐसे भारत सरकार का यह नया फरमान इन छात्रों के लिए कितना कारगर होगा जबकि उनके पास पैसे भी ख़त्म हो चुके हैं. दरअसल इन छात्रों के सामने मुख्य समस्या सीमा पर पहुँचने की है.